देवदास, एक ऐसी कहानी जिसने भारतीय सिनेमा पर गहरी छाप छोड़ी है। 1928 से लेकर अब तक, यह कहानी 15 से ज़्यादा बार फिल्मों में ढाली जा चुकी है, हर बार एक नए अंदाज़ में। शाहरुख खान से लेकर दिलीप कुमार तक, कई सितारों ने इस किरदार को जीवंत किया है।
History Of Devdas Films Based On Sarat Chandra Novel : भारत में कुछ कहानियां कभी पुरानी नहीं हुई, इनपर कई फिल्में बन चुकी हैं। शरतचंद्र का उपन्यास देवदास तो फिल्ममेकर्स के लिए हमेशा से सबसे पसंदीदा विषय रहा है। इस पर कई लैंग्वेज में 15 से ज्यादा फिल्में बन चुकी हैं। इसी कहानी पर पाकिस्तान और बांग्लादेश में भी बांग्ला और उर्दू में रीमेक बनाए जा चुके हैं।
भारतीय फिल्म इंडस्ट्री में शरतचंद्र का उपन्यास देवदास पर 1928 से लेकर 2013 तक 15 फिल्मी बन चुकी हैं। बांग्ला में ये मूवी 5 बार बनी। इसी कहानी को मॉडिफाई करके देव डी, देव डीडी, दास देव टाइटल से भी फिल्में बनाई जा चुकी हैं।
संजय लीला भंसाली ने बनाई सबसे भव्य देवदास
बॉलीवुड में इस कहानी पर सबसे भव्य मूवी शाहरुख खान, माधुरी दीक्षित, ऐश्वर्या राय को लेकर संजय लीला भंसाली ने बनाई थी। इसमें बड़े-बड़े सेट लगाए गए थे। माधुरी दीक्षित के तवायफघर ( कोठा) को बनाने में ही 12 करोड़ रु खर्च किए गए थे। पूरी मूवी की कास्ट करीब 50 करोड़ रुपए थी।
दैनिक भास्कर की रिपोर्ट के मुताबिक इससे पहले साल 1936 में केएल सहगल और साल 1955 में दिलीप कुमार को लेकर देवदास बनाई गई थी।
अब तक 15 बार बन चुकी है 'देवदास'
शरतचंद्र के उपन्यास की ये कहानी हमेशा से फिल्ममेकर्स की पसंदीदा रही है। साल 1928 से लेकर अब तक तक देवदास की कहानी को तकरीबन 15 बार चलचित्र में पेश किया जा चुका है। बांग्ला में तो इसी कहानी पर 5 बार मूवी बनाई जा चुकी है।
साल 1928 में जब बोलती फिल्मों का दौर नहीं था, बिना आवाज के मूवी बनती थीं, उस दौर में देवदास मूवी बनाई गई थी। इसे नरेश मित्रा ने डायरेक्ट कया था।
साल 1935 में बांग्ला भाषा में एक बार फिर देवदास बनाई गई, प्रथमेश,जमुना बरुआ और चंद्रबती देवी का लीड किरदार था। इसे प्रथमेश बरुआ ने डायरेक्ट किया था।
इसके बाद साल 1936 में इसका हिन्दी में रीमेक बनाया गया था। लीड रोल केएल सहगल, राजकुमारी और जमुना बरुआ ने निभाया था। प्रथमेश बरुआ ने इसे डायरेक्ट किया था।
इसके अगले साल 1937 में प्रथमेश बरुआ ने असमी भाषा में देवदास को बनाया था। फनी शर्मा, मोहिनी जुबैदा ने मुख्य भूमिकाएं निभाई थीं।
साल 1953 तमिल/तेलुगु में देवदासु नाम से एक बार फिर इसका रीमेक बनाया गया। इसे वेदांतम राघवैया ने निर्देशित किया था।
साल 1955 में बॉलीवुड में बिमल रॉय ने दिलीप कुमार, सुचित्रा सेन और वैजयंती माला को लेकर देवदास बनाई थी, जो सुपरहिट हुई थी।
साल 1965 में उर्दू में देवदास बनाई गई ख्वाजा सरफराज ने इसे डायरेक्ट किया था।
साल 1974 में तेलुगु में देवादासु नाम से फिल्म बनाई गई इसे विजय निर्मला ने डायरेक्ट किया था।
1979 में बांग्ला भाषा में सौमित्र चटर्जी,सुमित्रा मुखर्जी, उत्तम कुमार और सुप्रिया के लीड किरदार वाली मूवी आई थी।
1982 में पहली बांग्लादेशी कलर फिल्म जिसे नजरूल इस्लाम ने निर्देशित किया था।
1989 में मलयालम में बनी देवादास में वेणु नागवेल्ली, पार्वथी और राम्या कृष्णा ने लीड रोल निभाए थे। क्रॉसवेल्ट मनी डायरेक्टर किया था।
साल 2002 में एक बार फिर बांग्ला भाषा में बनी देवदास को शक्ति सामंत ने निर्देशित किया था। इसमें प्रोसनजीत चटर्जी, तापस पॉल, अर्पिता पाल और इंद्राणी हल्दर का लीड रोल था।
साल 2002 में बॉलीवुड में संजय लीला भंसाली ने शाहरुख, ऐश्वर्या और माधुरी दीक्षित को लेकर 50 करोड की लागत से देवदास बनाई थी।
* साल 2010 में एक बार फिर उर्दू में देवदास बनाई गई । पाकिस्तान में रिलीज इस मूवी को इकबाल कश्मीरी ने डायरेक्ट किया था। जारा शेख, मीरा और नदीम शाह के लीड रोल थे।
साल 2013 में बांग्ला भाषा में एक बार फिर देवदास मूवी बनाई गई थी। इसमें मौसमी, अपू बिस्वास और शाकिब खान लीड रोल में थे। इसे नजरूल इस्लाम ने डायरेक्ट किया था।