
Salman Khan's Father Made Revelation On Beef: सलमान खान और फैमिली ने धूमधाम से गणेशोत्सव सेलीब्रेट किया। अब सलीम खान ने खुलासा किया कि उनके परिवार ने कभी बीफ़ नहीं खाया, इसे 'वर्जित' ( forbidden ) बताया है। इस दौरान उन्होंने इस बात को माना है कि ज्यादातर मुस्लिम फैमिली बीफ मीट खाते हैं।
शोले फिल्म के स्क्रिप्ट राइटर सलीम खान ने बताया कि उनके परिवार ने कभी बीफ़ नहीं खाया, हालांकि ज़्यादातर मुसलमान इसे खाते हैं क्योंकि यह सबसे सस्ता मीट होता है। सलीम ने कहा, "इंदौर से लेकर आज तक, हमने कभी बीफ़ नहीं खाया। पैगम्बर मोहम्मद ने कहा था कि गाय का दूध मां के दूध जैसा होता है, गायों को नहीं मारना चाहिए और बीफ़ वर्जित है।"
सलीम खान ने आगे बताया कि हमारा परिवार होली, दशहरा, दिवाली, ईद और क्रिसमस सेलीब्रेट करने में कोई डिफरेंस नहीं करता, पूरी फैमिली समान उत्साह से पर्व मनाता है। उनके घर पर गणपति उत्सव मनाने की परंपरा उनके पिता के समय से चली आ रही है। हालांकि वे मुस्लिम हैं, फिर भी उन्होंने हमेशा एक liberal viewpoint अपनाया है।
सलीम खान ने बताया इंदौर में उनके पिता डीएसपी (पुलिस उपाधीक्षक) थे। हम जिस कॉलोनी में रहते थे, वहां हिंदू थे। सभी परिवार पूर्ण सद्भाव से रहते थे, एक-दूसरे का सपोर्ट करते थे और यहां तक कि एक दूसरे के घर पर खाना भी खाते थे।
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द फ्री प्रेस जर्नल के साथ एक इंटरव्यु में सलीम ने बताया कि उनके परिवार ने कभी गोमांस स्पर्श नहीं किया। “इंदौर से लेकर आज तक हमने कभी गोमांस का स्वाद नहीं जाना। गोमांस ज़्यादातर मुसलमान खाते हैं क्योंकि यह सबसे सस्ता मांस है! कुछ लोग तो इसे पालतू कुत्तों को खिलाने के लिए भी खरीदते हैं। लेकिन पैगम्बर मोहम्मद ने अपनी शिक्षाओं में साफ़-साफ़ कहा है कि गाय का दूध मां के दूध का ऑप्शन है और यह एक मुफ़ीद (फ़ायदेमंद) चीज़ है। उन्होंने कहा है कि गायों को नहीं मारना चाहिए और गोमांस हराम है।”