कोरोना महामारी ( Covid-19 pandemic struck) के बाद सबसे लंबे समय तक चलने वाली भारतीय फिल्म तकरीबन 6 महीने तक सिनेमाघरों में टिकी रही, मनोज बाजपेयी स्टारर मूवी की कुल कास्ट 20 करोड़ रुपये बताई गईइ थी । हालांकि ये अपनी लागत भी वसूल नहीं पाई थी।
एंटरटेनमेंट डेस्क । बॉलीवुड के लिए ये साल बेहद शानदार रहा है। पठान से शुरु हुआ सिलसिला एनिमल तक जारी है। इस बीच जवान, गदर 2, रॉकी और रानी की प्रेम कहानी जैसी फिल्मों ने फिल्म इंडस्ट्री को मजबूती दी है। हालांकि कोरोनाकाल के दौरान जब लॉकडाउन लगा तो इन हालातों से लोगों को निकलने में काफी वक्त लग गया ।
ये एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री के लिए सबसे बुरा दौर था । इस दौरान ज्यादातर फिल्में फ्लॉप हो गई है। थिएटर में लोग पहुंच नहीं, नई फिल्मों की रिलीज हुई नहीं, इस बीच सूरज पे मंगल भारी ( Suraj Pe Mangal Bhari ) फिल्म ने सबका ध्यान खींचा, जो तकरीबन 6 महीने तक थिएटर में लगी रही ।
कोविड-19 ने रोकी फिल्म की रिलीज़
जब कोविड-19 महामारी ( Covid-19 pandemic struck ) आई, तो एंटरटेनमेंट इंडस्ट्री बार- बार किए गए लॉकडाउन और उसके बाद सोशल डिस्टेसिंग के लिए जारी दिशानिर्देशों की वजह प्रभावित हुआ था । कई थिएटर महीनों तक बंद रहे. जब वे फिर से खुले, तो कितने लोगों को एंट्री दी जाए। इन सब बातों की वजह से फिल्म मेकर ने कोई बड़ी फिल्म रिलीज नहीं की थी। इस शून्य में, सूरज पे मंगल भारी फिल्म ने स्क्रीन पर आने का साहस किया और ऐवरेज सक्सेस हासिल की थी। इस फिल्म ने कोई बहुत बड़ी कमाई तो नहीं की, लेकिन काफी लंबे समय तक थिएटर में टिके रहने का कारनामा जरुर कर दिखाया था।
शादी, मुहूर्त और ज्योतिष के इर्द-गिर्द बुनी गई कहानी
सूरज पे मंगल भारी, शादी, मुहूर्त और ज्योतिष को बेस बनाकर बनाई गई हिंदी मूवी थी। अभिषेक शर्मा के डायरेक्शन में बनी इस फिल्म में मनोज बाजपेयी, दिलजीत दोसांझ और फातिमा सना शेख लीड रोल में थे। फिल्म की शूटिंग 2019 में की गई थी और इसे 2020 की समर में रिलीज के लिए फिक्स किया गया था। हालांकि, कोरोना महामारी की वजह से इसकी रिलीज में अक्टूबर तक टाल दी गई। आखिरकार इसे 50% ऑक्युपेंसी दिशानिर्देश के बीच दिवाली के मौके पर 15 नवंबर को रिलीज किया गया था यह कोविड के बाद सिनेमाघरों में रिलीज होने वाली कुछ बॉलीवुड फिल्मों में शुमार थी।
सूरज पे मंगल की कमाई
सूरज पे मंगल भारी बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नहीं कर पाई थी। भारत में पहले दिन इसने 65 लाख रुपये की कमाई की थी । आने वाले दिनों में इसमें मामूली बढ़ोतरी हुई । हालांकि, फिल्म को थिएटर मालिकों ने इसलिए स्टे किया था कि उन्हें लग रहा था कि आने वाले दिनों में लॉक डाउन प्रतिबंधों में ढील मिलेगी, प्रशासन सिनेमाघरों को फिर से खोलने की अनुमति देगा और नई रिलीज ना होने की वजह से वे सूरज पे मंगल भारी को दिखा सकेंगे । इस वजह से फिल्म मई 2021 तक देश के कुछ हिस्सों में सिनेमाघरों में मौजूद थी, हालांकि कोविड -19 की दूसरी लहर की वजह से लगाए गए नए लॉकडाउन के बीच सभी थिएटर फिर से बंद हो गए।
ट्रिपल आर, कांतारा, पुष्पा भी हुई रिलीज
सूरज पे मंगल भारी एक कम बजट की फिल्म थी, जो महज तकरीबन 20 करोड़ रुपये के बजट ( अधिकृत आंकड़ा नहीं) में बनी थी। ये मूवी अपना बजट भी वसूल नहीं कर पाई थी । दुनिया भर में फिल्म ने 5 करोड़ रुपये की कम की कमाई की थी। 2020 और 2021 के बीच सिनेमाघरों में ये फिल्म मौजूद थी। इस अवधि में सबसे ज्यादा कमाई करने वाली भारतीय फिल्म आरआरआर है, जिसने 1300 करोड़ रुपये कमाए है। राजामौली की फिल्म सिर्फ तीन महीने तक थिएटर में लगी रही । इस बीच साउथ की दो अन्य हिट फ़िल्में - पुष्पा द राइज़ और कांतारा भी थिएटर में रिलीज़ की गई थी। वहीं कोरोना की लहर थमने के बाद जवान और पठान जैसी फिल्में रिलीज़ हुईं । ये मूवी तकरीबन 2 महीने तक थिएटर में जमी रहीं।
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