कहा जाता है कि अभिनेता, निर्देशक शंकर नाग (Shankar Nag) को पहली नजर में ही अरुंधति नाग पसंद आ गई थीं। तब शंकर नाग 19 साल के थे और अरुंधति 17 साल की। अलग-अलग कॉलेजों में पढ़ने वाले इन दोनों को इंटरनेशनल थिएटर ने एक किया था। यूनिवर्सिटी कंपटीशन में सर्वश्रेष्ठ अभिनेता, अभिनेत्री का पुरस्कार पाने वालों को गुजरात में इंटरनेशनल थिएटर में भाग लेने के लिए एक साथ लाया गया था।
गुजरात में नाटक के सिलसिले में शंकर नाग और अभिनेत्री अरुंधति (Arundhati Nag) एक साथ थे। उसी दौरान अभिनेत्री अरुंधति को अभिनेता शंकर नाग बहुत पसंद आ गए थे। इसके बाद छह साल तक दोनों ने एक-दूसरे से प्रेम किया, एक-दूसरे को समझा। साथ घूमे-फिरे और सुख-दुख सब कुछ बांटा। जीवनसाथी बनने की चाहत रखने वाले इन दोनों को एक बार लगा कि 'क्यों यह रिश्ता ना रखें।'
ऐसा क्यों लगा, इसका कारण बताते हुए उन्होंने कहा, 'हमें अपने-अपने घरों से हमारे प्यार को स्वीकार करने और शादी के लिए हरी झंडी मिलने का भरोसा नहीं था। इसलिए घरवालों के खिलाफ जाकर शादी करना ठीक नहीं, इस नतीजे पर हम एक बार आ गए थे। हालांकि, बाद में हमारा फैसला बदल गया और हम दोनों फिर से एक हो गए।' ऐसा शंकर नाग-अरुंधति नाग जोड़ी ने कहा था।
1980 में अभिनेता शंकर नाग और अभिनेत्री अरुंधति नाग ने शादी कर ली। लेकिन दोनों का वैवाहिक जीवन केवल दस साल ही चल सका। वजह, 30 सितंबर 1990 को अभिनेता शंकर नाग की एक कार दुर्घटना में दर्दनाक मौत हो गई। 09 नवंबर 1954 को जन्मे शंकर नाग केवल 35 वर्ष ही जीवित रहे। लेकिन, इतने कम समय में उन्होंने जो हासिल किया वह अतुलनीय है।
जी हां, अभिनेता शंकर नाग केवल पैंतीस वर्ष ही जीवित रहे, लेकिन उन्होंने अपने छोटे से जीवनकाल में कई फिल्मों और धारावाहिकों में अभिनय किया। इसके साथ ही, उन्होंने डॉ. राजकुमार अभिनीत 'ओन्डु मुत्तिना कत्थे' सहित कई फिल्मों का निर्देशन भी किया। कन्नड़ के वरिष्ठ अभिनेता अनंत नाग शंकर नाग के बड़े भाई थे, यह बात कम ही लोग जानते हैं। दोनों ने साथ में अभिनय भी किया है।