हैदराबाद : टॉलीवुड स्टार अल्लू अर्जुन को चकड़पल्ली पुलिस ने शुक्रवार को गिरफ्तार कर लिया है। 4 दिसंबर को हैदराबाद के आरटीसी क्रॉस रोड स्थित संध्या थिएटर में पुष्पा 2 के प्रीमियर शो के दौरान भगदड़ मच गई थी। इसमें रेवती नाम की एक महिला की मौत हो गई थी और उसका बेटा घायल हो गया था। मामले की गंभीरता को देखते हुए अल्लू अर्जुन ने मृतक रेवती के परिवार को 25 लाख रुपये की आर्थिक मदद देने की घोषणा की थी। हालांकि, अल्लू अर्जुन या थिएटर मालिक के खिलाफ किसी ने शिकायत दर्ज नहीं कराई थी। अंततः चकड़पल्ली पुलिस के डीसीपी ने अल्लू अर्जुन और थिएटर मालिक के खिलाफ मामला दर्ज किया। इसके बाद शुक्रवार को अल्लू अर्जुन को उनके घर से पूछताछ के लिए हिरासत में ले लिया गया।
अल्लू अर्जुन के खिलाफ आईपीसी की धारा 105 और 118 के तहत मामला दर्ज किया गया है। थिएटर में पर्याप्त सुरक्षा व्यवस्था न करने के आरोप में थिएटर मालिक के खिलाफ भी मामला दर्ज किया गया है। मामले में अब तक तीन लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है, शुक्रवार को अल्लू अर्जुन को गिरफ्तार किया गया। दूसरी ओर, अल्लू अर्जुन ने अपने खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने की मांग करते हुए हाईकोर्ट में याचिका दायर की है।
संध्या थिएटर में क्या हुआ था, क्यों दर्ज हुआ सुओ मोटो केस: सुकुमार द्वारा निर्देशित फिल्म पुष्पा 2, 5 दिसंबर को दुनिया भर में रिलीज हुई थी। इसमें अल्लू अर्जुन मुख्य भूमिका में थे। इसके लिए 4 दिसंबर को हैदराबाद में कई जगहों पर प्रीमियर शो आयोजित किए गए थे। केंद्रीय क्षेत्र के डीसीपी अक्षांश यादव ने संध्या थिएटर में हुई घटना के बारे में पूरी जानकारी दी।
‘आरटीसी क्रॉस रोड स्थित संध्या थिएटर में 4 दिसंबर की रात 9.40 बजे प्रीमियर शो निर्धारित था। इसके लिए बड़ी संख्या में प्रशंसक पहुंचे थे। लेकिन, थिएटर में अल्लू अर्जुन के आने या बड़ी संख्या में प्रशंसकों के जमा होने की सूचना पुलिस को नहीं दी गई थी। थिएटर प्रबंधन ने भी हमें सूचित नहीं किया था। सूचना न मिलने के बावजूद, बड़ी संख्या में जुटे प्रशंसकों को नियंत्रित करने के लिए कोई एहतियाती कदम नहीं उठाए गए थे। थिएटर के अंदर और बाहर जाने के रास्ते में कोई निजी सुरक्षाकर्मी भी तैनात नहीं था।’
रात 9.40 बजे अल्लू अर्जुन थिएटर पहुंचे। उनके साथ सुरक्षाकर्मी मौजूद थे। प्रशंसकों को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाकर्मी उन्हें धक्का दे रहे थे। इसी दौरान धक्का-मुक्की शुरू हो गई। इसी बीच भगदड़ मच गई और दिलसुखनगर की रहने वाली रेवती गिर गईं। भारी भीड़ के कारण उन्हें सांस लेने में तकलीफ हुई। एक पुलिसकर्मी ने उन्हें बचाने की कोशिश की। रेवती के 13 वर्षीय बेटे श्रीतेजा और रेवती को मौके पर ही सीपीआर दिया गया। फिर उन्हें दुर्गाबाई देशमुख अस्पताल ले जाया गया। लेकिन, तब तक रेवती की मौत हो चुकी थी। उनके बेटे श्रीतेजा को तुरंत दूसरे अस्पताल ले जाने को कहा गया। मामले की गंभीरता को देखते हुए डीसीपी के निर्देश पर परिवार ने शिकायत दर्ज कराई।