OTT पर कब तक रह सकती है कोई फिल्म? किन बातों पर निर्भर करता है पूरा कॉन्ट्रैक्ट?

Published : Jul 02, 2025, 03:49 PM IST
how long films remain on OTT

सार

जानिए कैसे होती है फिल्मों की OTT प्लेटफॉर्म्स के साथ डील? लाइसेंसिंग से लेकर एक्सक्लूसिव राइट्स तक, सब कुछ समझिए आसान भाषा में।

जुलाई में नेटफ्लिक्स और अमेजन प्राइम वीडियो जैसे प्लेटफॉर्म्स से कई फिल्मों को हटा दिया गया है। वजह है प्लेटफॉर्म के साथ इन फिल्मों का कॉन्ट्रैक्ट ख़त्म हो जाना। लेकिन क्या आप जानते हैं कि भारत में फिल्मों की OTT प्लेटफॉर्म्स के साथ डील किस तरह होती है? नहीं तो आइए आपको इस बारे में विस्तार से बताते हैं। भारत में डिजिटल प्लेटफॉर्म्स के साथ फिल्मों और वेब सीरीज की डील दो तरह से होती है। यह उनकी अवधि, शर्तों समेत कई बातों जैसे कि पॉपुलैरिटी, स्टार पावर, बजट और OTT के बिजनेस मॉडल पर निर्भर करती है।

फिल्मों-वेब सीरीज के साथ OTT डील के दो प्रकार:-

1. लाइसेंस डील

यह नॉन एक्सक्लूसिव या फिक्स्ड टर्म डील होती है। इसकी अवधि आमतौर पर 1 साल से लेकर 5 साल तक की होती है। मान लीजिए कोई कोई थर्ड-पार्टी प्रोड्यूसर या स्टूडियो अपनी फिल्म को नेटफ्लिक्स या प्राइम वीडियो पर बेचता है तो ये अधिकार 2 साल के लिए दिए जाते हैं। समय अवधि पूरी होने पर प्लेटफॉर्म्स फिल्म या वेब सीरीज को हटा सकता है या फिर उसके व्यूज को देखते हुए डील को री-न्यू भी करा सकता है।

2. एक्सक्लूसिव स्ट्रीम राइट्स

इसे फर्स्ट या डायरेक्ट टू OTT डील भी कहते हैं। इसकी अवधि 5 साल या फिर लाइफटाइम के लिए भी हो सकती है, जो कंटेंट पर निर्भर करती है। मान लीजिए अगर कोई फिल्म सीधे OTT पर आती है तो प्लेटफॉर्म के पास लंबे समय तक उसके राइट्स रहते हैं। इनके लिए नेटफ्लिक्स ओरिजिनल या अमेजन एक्सक्लूसिव जैसी टर्म्स से पहचाना जाता है। कभी-कभी ये डील हमेशा के लिए भी होती है। OTT ओरिजिनल फिल्मों को आमतौर पर तब तक दूसरी जगह रिलीज नहीं किया जा सकता, जब तक कि री-लाइसेंसिंग डील ना हो।

OTT पर फिल्म की अवधि कैसे तय की जाती है:-

  • OTT पर फिल्म की अवधि तय करने के लिए कुछ पैमाने होते हैं, जो इस प्रकार हैं: -
  • फिल्म का स्केल- बड़ी फिल्मों को लंबे कॉन्ट्रैक्ट मिलते हैं।
  • डील की राशि- जितनी ज़्यादा फीस, उतनी लंबी अवधि या एक्सक्लूसिविटी।
  • डील का प्रकार- लाइसेंस (fixed), रेवेन्यु शेयर, या को-प्रोडक्शन।
  • OTT का ब्रांड- Netflix, Prime, Hotstar – सबकी पॉलिसी अलग-अलग हैं।
  • थिएटर रिलीज़ या नहीं- थिएटर रिलीज़ वाली फिल्में अक्सर 2 साल के बाद OTT से हट जाती हैं।

उदाहरण के तौर पर सिद्धार्थ मल्होत्रा स्टारर 'शेरशाह' अमेजन प्राइम एक्सक्लूसिव मूवी थी, इसकी अवधि 5 साल तक की थी। RRR की नेटफ्लिक्स के साथ लाइसेंसिंग डील हुई थी, इसलिए इसकी अवधि 2-3 साल थी। 'धमाका' नेटफ्लिक्स की ओरिजिनल फिल्म है, इसलिए इसे कभी नहीं हटाया जाएग।

क्या होती है अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स की पॉलिसी

  • Netflix सबसे लंबी अवधि की डील करता है और ओरिजिनल टैग वाली फिल्में हमेशा के लिए रखता है।
  • Amazon Prime में अधिकतर फिल्में 2–3 साल तक रहती हैं, और इसका रेंटल मॉडल भी है।
  • Hotstar के पास Star Studios की फिल्में हमेशा के लिए रहती हैं, और बाहरी कंटेंट सीमित समय के लिए रखा जाता है।

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