
पॉपुलर एक्टर राजीव खंडेलवाल को साल 2003 में आए शो कहीं तो होगा ने रातों रात स्टार बना दिया था। उन्हें भारतीय टेलीविजन पर खूब पसंद किया गया, लेकिन जब वो टॉप पर पहुंचे, तो उन्होंने इस शो को छोड़ने का फैसला कर लिया। वहीं अब हाल ही में एक इंटरव्यू के दौरान उन्होंने बताया कि कैसे शो छोड़ने के बाद सभी ने कयास लगाना शुरू कर दिया था कि उनका एकता से झगड़ा हो गया है।
राजीव खंडेलवाल ने कहा, 'मेरे प्रोड्यूसर्स के साथ बहुत झगड़े हुए। कोई भी तब खुश नहीं होता जब आप किसी शो को तब छोड़ते हैं, जब वो अच्छा परफॉर्म कर रहा हो। जब मैं 'कहीं तो होगा' से बाहर आ रहा था, तो मैं शोभा (कपूर) आंटी के पास गया; उस समय अगर कोई शो छोड़ने को कहता था, तो लोगों को लगता था कि एक्टर ज्यादा पैसे चाहता है, जो मुझे ऑफर भी किए गए थे। उन्होंने कहा कि वो मेरे पैसे बढ़ा देंगे और मैंने कहा कि इसे कम करो, लेकिन मुझे क्वालिटी दो। लोगों ने मेरे बारे में लिखा कि वो अपने बूते से बहुत बड़ा हो गया है, लेकिन किसी को सच्चाई नहीं पता थी। जो सामने आया वो यह था कि मैंने एकता से झगड़ा कर लिया है और मैं उसे छोड़ रहा हूं। मैंने शो को उसके पीक पर छोड़ दिया और पैसे और पॉपुलैरिटी से भी इनकार कर दिया; इसलिए कई लोगों ने सोचा कि मैं अहंकारी हो गया हूं। लेफ्ट राइट लेफ्ट छोड़ने के बाद, मुझे यह भी पता था कि अब मुझे टीवी में ज्यादा काम नहीं मिलेगा। मुझे एहसास हुआ कि कोई भी निर्माता मुझे काम नहीं देगा।'
राजीव ने इंटरव्यू में आगे बताया कि उन्होंने शो 'कहीं तो होगा' इसलिए छोड़ दिया था क्योंकि वो उसे संभाल नहीं पा रहे थे। उन्हें लगता था कि उनके फैंस उन्हें प्यार करते थे, और वो उन्हें क्वालिटी के मामले में कुछ नहीं दे पा रहे थे। राजीव ने बताया कि "सुजल" की भूमिका के बाद, वो एक ऐसे रोमांटिक व्यक्ति के रूप में नहीं जाने जाना चाहते थे जो हमेशा परेशान रहता था। इसलिए उन्होंने 'टाइम बम' नामक एक सीरीज में काम किया। हालांकि, 'कहीं तो होगा' के लिए उनका प्यार कुछ ऐसा था जिसे वो शब्दों में बयां नहीं कर सकते। उस समय उनके फैंस उनके घर के बाहर इंतजार करते थे, और उनके दरवाजे के अंदर चिट्ठियां आती रहती थीं।