फिल्म उद्योग में वर्क कल्चर के बारे में अनुष्का ने कहा, "मेरी इंडस्ट्री 'भागो, भागो, भागो' के बारे में सोचती है - यह एक चूहे की दौड़ है, और आपको बस इसका हिस्सा बनना है। उन्होंने कहा कि But I’m more than a rat in a rat race, यह सब बहुत सुखद है; मैं इसे कभी नहीं छोड़ना चाहती।"
एंटरटेनमेंट डेस्क, Why did Anushka Sharma call herself a rat the film industry : बॉलीवुड की बेहतरीन अदाकारा अनुष्का शर्मा ( Anushka Sharma) एक बच्ची की मां बन गई हैं। साल 2021 में उन्हें मातृत्व का सुख मिला। अनुष्का और पति विराट कोहली की पहली संतान - बेटी वामिका है। मां बनने के बाद अब एक्ट्रेस ने अपनी ब्रांड कमिटटमेंट पर काम करना शुरू कर दिया है। उन्होंने अपनी स्पोर्ट्स फिल्म चकड़ा एक्सप्रेस (Chakda Xpress) के लिए भी काम करना शुरू कर दिया है। एक मीडिया इंटरव्यु के साथ हाल ही में बातचीत में, अनुष्का ने बताया कि वह "rat in a rat race" की पोजीशन में हैं।
फिल्म उद्योग में वर्क कल्चर के बारे में अनुष्का ने कहा, "मेरी इंडस्ट्री 'भागो, भागो, भागो' के बारे में सोचती है - यह एक चूहे की दौड़ है, और आपको बस इसका हिस्सा बनना है। उन्होंने कहा कि But I’m more than a rat in a rat race, यह सब बहुत सुखद है; मैं इसे कभी नहीं छोड़ना चाहती।"
एक मां के रूप में वर्क-लाइफ बैलेंस पर अनुष्का
अनुष्का ने एक एक्ट्रेस के तौर पर कहा कि मेरे के लिए काम के साथ मां की भूमिका निभाना एक अलग तरह का एक्सपीरिएंस है। इस बारे में विस्तार से बताते हुए, अनुष्का ने कहा, "वर्क और लाइफ के बीच बैलेंस बनाना निश्चित रूप से महिलाओं के लिए कठिन है। ये दुनिया इतनी पुरुष प्रधान है कि मुझे नहीं लगता कि लोग एक कामकाजी मां के लाइफ और इमोशन को समझते हैं, । मैं एक महिला हूं, मैं इसे तब तक नहीं समझ पाई जब तक मैं मां नहीं बन गई। आज, मेरे पास महिलाओं के लिए और अधिक सम्मान और प्यार है, और भाईचारे की इतनी मजबूत भावना है। मैंने हमेशा महिलाओं के लिए बात की है, इसे महसूस करने के लिए प्यार और करुणा की जरुरत होती है जो इसे और अधिक शक्तिशाली बनाती है।"
महिलाओं को और समर्थन की जरुरत
एक्ट्रेस ने कहा कि महिलाएं अपने वर्किंग प्लेस पर और अधिक समर्थन की उम्मीद कर सकती हैं। अनुष्का ने कहा कि "काश महिलाओं को उनके कार्यस्थलों में अधिक समर्थन प्राप्त होता। जबकि मैं ऐसे कई पुरुषों को जानती हूं जो महिलाओं के प्रति दयालु और सहानुभूति रखते हैं। काश हम सभी इस बात पर अधिक ध्यान देते कि दुनिया के लिए एक बच्चे का पालन-पोषण कितना जरुरी है। यह शायद, हमारी 'गो, गो, गो' कल्चर के बिल्कुल विपरीत है," ।
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