सोशल मीडिया पर एक भ्रामक सूचना तेजी से प्रसारित की जा रही है कि, भाजपा के प्रचार को देखते हुए लॉकडाउन खोला गया है।
नई दिल्ली. कोरोना वायरस महामारी के चलते ढाई माह से ज्यादा चले लॉकडाउन में अब ढील दी जाने लगी है। हालांकि केंद्र ने राज्यों पर ही यह फैसला छोड़ा है कि वे संक्रमण की स्थिति को देखते हुए लॉकडाउन खोलें। किसी भी राज्य ने पूरी तरह लॉकडाउन नहीं खोला है। इस बीच बिहार चुनावों को देखते हुए राजनीतिक पार्टियों ने प्रचार की तैयारियां भी शुरू कर दी हैं।सोशल मीडिया पर एक भ्रामक सूचना तेजी से प्रसारित की जा रही है कि, भाजपा के प्रचार को देखते हुए लॉकडाउन खोला गया है।
आइए फैक्ट चेकिंग में जानते हैं कि आखिर कैसे लॉकडाउन में गृहमंत्री की रैली की अफवाह से बवाल मचा हुआ है?
वायरल पोस्ट क्या है?
ट्विटर पर वायरल मैसेजेस में यह दावा किया जा रहा है कि 9 जून को बिहार में होने वाली अमित शाह की रैली के लिए लॉकडाउन खोला गया।
क्या दावा किया जा रहा है?
दावा किया जा रहा है गृहमंत्री जल्दी ही बिहार में एक भव्य रैली करने वाले हैं। इसलिए सरकार ने लॉकडाउन खोल डाला। इस पोस्ट को लोग धड़ाधड़ शेयर कर रहे हैं।
फैक्ट चेक पड़ताल
बिहार भाजपा के अध्यक्ष और बिहार की पश्चिम चंपारण सीट से सांसद डॉ संजय जायसवाल ने 3 जून को एक ट्वीट के जरिए यह जानकारी दी कि अमित शाह 7 जून को वर्चुअल रैली करने जा रहे हैं। पहले यह रैली 9 जून को तय की गई थी, बाद में इसका 7 जून को किया जाना तय हुआ। संजय जायसवाल के इस ट्वीट से ही रैली की जानकारी लोगों को मिली और इसे लॉकडाउन से जोड़कर देखा जाने लगा।
इस ट्वीट को ध्यान से पढ़ें तो इसमे स्पष्ट है कि रैली डिजिटल माध्यमों से की जाएगी। यानी इस रैली में कोई सड़कों पर नहीं निकलने वाला, जैसा आमतौर पर होता है। इसलिए इसे वर्चुअल रैली नाम दिया गया है। इसमें सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स के जरिए ही प्रचार किया जाएगा। ये वैसा ही होगा जैसे आप फेसबुक या यूट्यूब पर लाइव आते हैं।
ये निकला नतीजा
सोशल मीडिया पर होने वाले प्रचार को लॉकडाउन खुलने से जोड़कर लोगों को भ्रमित किया जा रहा है। इस तरह की वर्चुअल रैली लॉकडाउन के दौरान भी की जा सकती थी। ऐसे में इसे लॉकडाउन खुलने से जोड़ना सिर्फ भ्रम फैलाना है।