सोशल मीडिया पर इस नंबर के लॉन्च होने के बाद से ही धड़ाधड़ पोस्ट शेयर होना शुरू हो गईं। लोगों ने इस नंबर को लेकर कई तरह के दावे करना शुरू कर दिया। कोई इस नंबर को गर्मागर्म बातें करने वाली कॉल गर्ल का का बता रहा था, कोई इस नंबर पर 6 महीने के लिए नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन दे रहा था।
नई दिल्ली. संशोधित नागरिकता कानून पर गृह मंत्री अमित शाह ने एक टोल फ्री नंबर जारी किया है। 2 जनवरी 2020 को केंद्र सरकार ने इस नंबर पर मिस्डकॉल देकर सीएए का समर्थन जताने को कहा है। इस नंबर के जारी होने के बाद सोशल मीडिया पर जैसे पोस्ट की बाढ़ सी आ गई। बहुत से लोग समर्थन के लिए नंबर को वायरल करने लगे लेकिन इसी बीच इस नंबर को तरह-तरह झूठे लुभावने वादों के साथ शेयर किया जाने लगा। तब लोगों ने सवाल उठाए कि भाजपा सीएए पर समर्थन पाने के लिए फ्री सेक्स, झूठे ऑफर देने का सहारा ले रही है।
सोशल मीडिया पर इस नंबर के लॉन्च होने के बाद से ही धड़ाधड़ पोस्ट शेयर होना शुरू हो गईं। लोगों ने इस नंबर को लेकर कई तरह के दावे करना शुरू कर दिया। कोई इस नंबर को गर्मागर्म बातें करने वाली कॉल गर्ल का का बता रहा था, कोई इस नंबर पर 6 महीने के लिए नेटफ्लिक्स का सब्सक्रिप्शन दे रहा था।
फ्री सेक्स के लुभावने ऑफर
ऐसे हजारों पोस्ट वायरल होने लगे जिसमें सीएए को समर्थन देने के लिए भ्रामक जानकारियां शेयर की गईं। एक पोस्ट इतनी हास्यस्पद थी कि देखकर लोगों की हंसी छूट पड़ी। इस पोस्ट में कहा गया कि, 69 सिंगल लोग आपके शहर में भटक रहे हैं कृपया उनके साथ सेक्स करें। इस नंबर को फ्री डेटा, सेक्स और बुक माय शो जैसे लुभावने ऑफर देकर शेयर किया जाने लगा।
नेटफ्लिक्स ने तुरंत दिया जवाब
जैसे ही पोस्ट वायरल हुए ट्रोलर्स ने भी मजे लेना शुरू कर दिया। जैसे ही ट्वीट्स वायरल हुए तुरंत नेटफ्लिक्स ने इस पर संज्ञान लेते हुए अपनी सफाई पेश कर दी। नेटफ्लिक्स ने कहा- यह बिल्कुल फर्जी दावा है। यदि आप मुफ्त नेटफ्लिक्स चाहते हैं, तो कृपया बाकी लोगों की तरह किसी और के खाते का उपयोग करें।
जैसे-जैसे ट्वीट सवालों के घेरे में आया, श्रेना (@RubyOnASplurge) नाम के ट्विटर उपयोगकर्ताओं में से एक ने ट्वीट किया, जिसने दावा किया कि यह सभी लुभावने दावे एक 'प्रैंक' के लिए थे। ट्विटर अकाउंट अब बंद हो चुका है।
शरारती तत्वों ने फैलाई अफवाह
इस बात से यही निष्कर्ष निकलता है कि, सरकार ने सीएए के समर्थन के लिए जो टोल फ्री नंबर दिया है उसका गलत इस्तेमाल कर लोग अफवाह फैला रहे हैं। इस नंबर पर मिस्डकॉल देकर जनता को नागरिकता कानून के लिए अपना सपोर्ट देना था लेकिन कुछ शरारती तत्वों ने इस अपने फायदे के लिए इस्तेमाल किया। बीजेपी ने इसका सहारा नहीं लिया, नंबर के साथ बेबुनियादी बातें फैलाई जिनकी पोल भी जल्द ही खुल गई।