ट्विटर यूजर कामरान शाहिद ने इस खबर के साथ एक लिस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि, ये एनपीआर 2020 के मैनुअल लिस्ट का पेज नंबर 39 है जिसमें मुस्लिमों के ईद और बकरीद जैसे बड़े त्यौहारों का जिक्र नहीं है, इससे पता चलता है कि एनपीआर के जरिए भारत में विशेष समुदाय को बांट दिया जाएगा और उनकी अनदेखी होगी।
नई दिल्ली. देश भर में राष्ट्रीय जनसंख्या रजिस्टर (NPR) को लेकर कोहराम मचा हुआ है। इसी बीच सोशल मीडिया पर एनपीआर से जुड़ी एक खबर वायरल हो रही है जिसे सुन देश के अल्पसंख्यक गुमराह हो सकते हैं। दरअसल इस खबर में दावा किया जा रहा है, एनपीआर को लेकर एक मैनुअल वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है इसके हिसाब से भारत में एक विशेष समुदाय के त्यौहारको सूची में नहीं रखा जाएगा।
ट्विटर यूजर कामरान शाहिद ने इस खबर के साथ एक लिस्ट को शेयर करते हुए लिखा कि, ये एनपीआर 2020 के मैनुअल लिस्ट का पेज नंबर 39 है जिसमें मुस्लिमों के ईद और बकरीद जैसे बड़े त्यौहारों का जिक्र नहीं है, इससे पता चलता है कि एनपीआर के जरिए भारत में विशेष समुदाय को बांट दिया जाएगा और उनकी अनदेखी होगी।
नागरिकता संशोधन कानून के बाद देश में एनआरसी और एनआरपी को लेकर चल रही चर्चाओं के बीच इस पोस्ट को देखते ही लोगों ने शेयर करना शुरू कर दिया जिसके बाद ये काफी वायरल हो गया।
क्या वाकई ये दावा सच है?
सोशल मीडिया पर एनआरपी के मैनुअल लिस्ट जब वायरल होने लगी तो इसके दावे की सच्चाई जानने के लिए हमने फैक्ट चेकिंग की। तो हम आपको बता दें कि ये एक फर्जी पेपर कटिंग है जिसमें किया गया दावा झूठा है। मुस्लिम त्योहारों को एनपीआर मैनुअल 2020 से बाहर नहीं रखा गया है।
फैक्ट चेकिंग
जांच के बाद पता चलता है कि 2011 के एनपीआर मैनुअल में भी त्योहारों की एक ही सूची का इस्तेमाल किया जा चुका है। जनगणना 2011 की हाउस लिस्टिंग संचालन के दौरान 2011 में एनपीआर की तैयारी के लिए डेटा संग्रह किया गया था। जिसे अब एनपीआर से मुस्लिम त्यौहारों को हटाए जाने का दावा कर वायरल किया जा रहा है।
2011 की जनगणना की लिस्ट को झूठे दावे के साथ किया इस्तेमाल
दरअसल वायरल पोस्ट में जो दस्तावेज़ लिस्ट वायरल हो रही है वो आने वाले साल के महत्वपूर्ण त्योहारों की लिस्ट है जिसे ग्रेगोरियन महीने के अनुसार बनाया है। ये किसी भी पंजीकृत सदस्य के जन्म के महीने का पता लगाने में मदद करती है जिन्हें अपनी जन्मतिथि नहीं पात होता लेकिन साल पता होता है ये उन्ही की लिस्ट है।
निष्कर्ष
इस सूची का उपयोग NPR 2011 मैनुअल में भी किया गया था और यह 2020 के लिए तैयार कोई नई सूची नहीं है। साथ ही इसका ईद और बकरीद जैसे त्यौहार से कोई लेना-देना नहीं है।