तेजस एक्सप्रेस 2017 में शुरू की गई थी। ये आधुनिक सुविधाओं वाली स्पीड से चलने वाली ट्रेन है। लेकिन वायरल वीडियो में दिख रही ट्रेन में स्टीम इंजन है।
क्या वायरल हो रहा है: नए साल के स्वागत और क्रिसमस के जश्न के बीच सोशल मीडिया पर एक तस्वीर वायरल हो रही है, जिसमें एक ट्रेन दिख रही है। लाइट से चमकती हुई। वीडियो के साथ लिखे कैप्शन के मुताबिक ये क्रिसमस ट्रेन ऑफ लाइट्स है। इसे भारत के तेजस ट्रेन बताया जा रहा है। तस्वीर के साथ 45 सेकंड का वीडियो भी है।
वायरल वीडियो का सच:
वायरल वीडियो की पड़ताल करने पर पता चला कि ये दक्षिण पश्चिम इंग्लैंड में क्रिसमस के दौरान चलने वाली त्योहारी ट्रेन क्रिसमस ट्रेन ऑफ लाइट्स है। तेजस एक्सप्रेस 2017 में शुरू की गई थी। ये आधुनिक सुविधाओं वाली स्पीड से चलने वाली ट्रेन है। लेकिन वायरल वीडियो में दिख रही ट्रेन में स्टीम इंजन है। इससे ये स्पष्ट होता है कि यह ट्रेन तेजस एक्सप्रेस नहीं है।
वायरल वीडियो के कुछ भाग का स्क्रीन शॉट लेकर उसे रिवर्स सर्च किया गया। तब पता चला कि वीडियो को 2 दिसंबर 2021 को एक यूट्यूब चैनल पर अपलोड किया गया है। SWNS नाम के इस चैनल पर वीडियो के साथ जो कैप्शन लिखा है, उसके मुताबिक, वीडियो को इंग्लैंड के डेवोन में टोर बे के तट पर पैगटन के पास फोटोग्राफर स्कॉट विलियम्स ने कैप्चर किया है। स्कॉट विलियम्स के फेसबुक पेज पर वही वीडियो 24 नवंबर 2021 को अपलोड किया गया था।
ट्रेन ऑफ लाइट्स डार्टमाउथ स्टीम रेलवे और रिवर बोर्ड कंपनी दक्षिण पश्चिम इंग्लैंड में क्रिसमस के दौरान चलाती है। इस साल ट्रेन 24 नवंबर से 30 दिसंबर के बीच चलाई गई। डार्टमाउथ स्टीम रेलवे ने अपने यूट्यूब चैनल पर अपलोड किए गए ट्रेन का वीडियो डाला है। डार्टमाउथ स्टीम रेलवे की आधिकारिक वेबसाइट पर अपलोड किए गए ट्रेन ऑफ लाइट्स की दूसरी तस्वीरें भी डाली गई हैं।
निष्कर्ष: वायरल वीडियो की पड़ताल करने पर स्पष्ट हो जाता है कि ये तेजस नहीं है। वीडियो इंग्लैंड में चलने वाली एक ट्रेन का है, जिसे क्रिसमस के मौके पर गलत दावे के साथ वायरल किया जा रहा है।