फिंगरप्रिंट के आकार की बिल्डिंग को लेकर बोला जा रहा बड़ा झूठ, मैसेज फॉरवर्ड करने से पहले जान लें सच

सोशल मीडिया पर फिंगरप्रिंट के आकार की एक फोटो वायरल हो रही है। फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह थाईलैंड की एक इमारत है और इसका नाम फिंगरप्रिंट बिल्डिंग है। वर्ल्ड अमेजिंग फैक्ट्स द्वारा शेयर की गई इस फोटो को 51 से ज्यादा शेयर की गई।

Asianet News Hindi | Published : Oct 30, 2019 9:52 AM IST

नई दिल्ली. सोशल मीडिया पर फिंगरप्रिंट के आकार की एक फोटो वायरल हो रही है। फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह थाईलैंड की एक इमारत है और इसका नाम फिंगरप्रिंट बिल्डिंग है। वर्ल्ड अमेजिंग फैक्ट्स द्वारा शेयर की गई इस फोटो को 51 से ज्यादा शेयर की गई।

वायरल फोटो में क्या है?
वायरल फोटो में फिंगरप्रिंट के आकार की एक फोटो दिख रही है। आसपास कुछ गाड़ियां भी दिखाई दे रही हैं। फोटो के साथ लिखा है कि फिंगरप्रिंट बिल्डिंग इन थाईलैंड। 24 अक्टूबर को अमेजिंग फैक्ट्स द्वारा शेयर की गई इस तस्वीर को देखकर लोग बहस कर रहे हैं। किसी का कहना है कि फोटो फेक है, तो कोई कह रहा है कि बिल्डिंग दुबई में है। हम बताते हैं कि आखिर इसका सच क्या है।

वायरल फोटो की पड़ताल
- वायरल फोटो की पड़ताल के लिए फोटो को गूगल पर रिवर्स सर्चिंग की गई। तब पता चला कि यह वास्तविक इमारत नहीं है, बल्कि एक डिजिटल तरीके से बनाई गई फोटो है। हमें इस फोटो से जुड़े कुछ आर्टिकल के लिंक भी मिले, जिसमें दावा किया गया था कि यह डिजिटल आर्ट है, जिसे मार्कटिंग कैंपेन के लिए इस्तेमाल किया गया था। 

- स्पाइसीएच ने यह अभियान बैंक वर्क्स-इट नामक कंपनी के लिए बनाया था, जो सॉफ्टवेयर और पैनल जैसे फिंगरप्रिंट सुरक्षा प्रणाली बनाती है। स्पाइसीएच ने तीन अलग-अलग डिजाइन होम, ऑफिस और लैब बनाए थे। इसे मार्च 2011 में पब्लिश किया गया था। इसलिए यह स्पष्ट है कि वायरल फोटो से जुड़ा दावा सही नहीं है, क्योंकि यह वास्तविक इमारत नहीं है।

निष्कर्ष
वायरल फोटो के साथ दावा किया जा रहा है कि यह थाईलैंड की एक इमारत है, लेकिन हमारी पड़ताल में दावा झूठा पाया गया। यह वास्तविक इमारत नहीं है, बल्कि यह डिजिटल आर्ट का एक नमूना है, जिसे 2011 में पब्लिश किया गया।

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