इसी तरह श्रेयसी सिंह की एक तस्वीर को अपलोड करते हुए फेसबुक यूजर सूरज गिरी गोस्वामी ने दावा किया : ‘ये तो गज्ज्ब हो गया कट्टर कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी ने भाजपा जॉइन कर ली!’
फैक्ट चेक डेस्क. सोशल मीडिया में मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह को लेकर एक फर्जी पोस्ट वायरल हो रही है। इसमें दावा किया जा रहा है कि कांग्रेस नेता की बेटी भाजपा में चली गई हैं।
फैक्ट चेक में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
वायरल पोस्ट क्या है?
फेसबुक यूजर कमलेश प्रसाद साहू ने 4 अक्टूबर को एक पोस्ट करते हुए दावा किया : ‘ये तो गज्ज्बे हो गया 🤣 कट्टर कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी ने भाजपा जॉइन कर ली।’
इसी तरह श्रेयसी सिंह की एक तस्वीर को अपलोड करते हुए फेसबुक यूजर सूरज गिरी गोस्वामी ने दावा किया : ‘ये तो गज्ज्ब हो गया कट्टर कांग्रेसी पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह की बेटी ने भाजपा जॉइन कर ली!’ फेसबुक पोस्ट का आर्काइव्ड वर्जन देखें।
फैक्ट चेक
सबसे पहले पोस्ट से जुड़े कुछ कीवर्ड टाइप करके गूगल में सर्च किया। हमें कई वेबसाइट पर कुछ खबरें मिलीं। इसमें बताया गया कि बिहार के नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री दिवंगत दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी ने भाजपा का दामन थामा है। अमर उजाला की वेबसाइट पर 4 अक्टूबर को अपलोड खबर में बताया गया कि राष्ट्रीय स्तर की शूटर और पूर्व केंद्रीय मंत्री स्वर्गीय दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी सिंह ने भाजपा की सदस्यता ग्रहण की।
सर्च के दौरान हमें एएनआई के ट्विटर हैंडल पर भी एक ट्वीट मिला। इसमें बताया गया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता भूपेंद्र यादव की उपस्थिति में दिवंगत दिग्विजय सिंह की बेटी श्रेयसी सिंह ने भाजपा ज्वाइन कर ली।
पड़ताल
हमने बिहार के ईपेपर को खंगालना शुरू किया। हमें दैनिक जागरण के पांच अक्टूबर के संस्करण में एक खबर मिली। इसमें बताया गया कि अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त निशानेबाज श्रेयसी सिंह भाजपा में शामिल हो गईं। पूरी खबर यहां पढ़ें।
Jagran.com में पब्लिश खबर में बताया गया कि श्रेयसी सिंह की मां पुतुल सिंह भी सांसद रह चुकी हैं, जबकि पिता बांका के पूर्व सांसद थे। उनका निधन वर्ष 2010 में हो गया था। पूरी खबर पढ़ें।
ये निकला नतीजा
सोशल मीडिया में वायरल खबर पर खुद दिग्विजय सिंह ने स्पष्ट किया कि श्रेयसी सिंह मेरी पुत्री नहीं हैं। मेरी बेटी के भाजपा में शामिल होने की खबर झूठी है।