उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस गैंगरेप मामले में संदीप, रामू, लवकुश और रवि नाम के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं। दोषियों के लिए सख्त सजा की मांग के बीच सोशल मीडिया पर बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ एक व्यक्ति की तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
फैक्ट चेक डेस्क. उत्तर प्रदेश के हाथरस में 19 वर्षीय लड़की के साथ हुई बर्बरता के खिलाफ देशभर में आक्रोश है। पीड़िता ने 29 सितंबर को दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया था। उत्तर प्रदेश पुलिस ने हाथरस गैंगरेप मामले में संदीप, रामू, लवकुश और रवि नाम के चार आरोपियों को गिरफ्तार किया है। चारों आरोपी फिलहाल पुलिस हिरासत में हैं। दोषियों के लिए सख्त सजा की मांग के बीच सोशल मीडिया पर बीजेपी के बड़े नेताओं के साथ एक व्यक्ति की तस्वीरें वायरल हो रही हैं।
इन तस्वीरों के साथ दावा किया जा रहा है कि हाथरस के एक आरोपी का पिता बीजेपी के इन बड़े नेताओं के साथ मौजूद है। इन तस्वीरों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के साथ एक व्यक्ति दिखाई दे रहा है।
फैक्ट चेक में आइए जानते हैं कि आखिर सच क्या है?
वायरल पोस्ट क्या है?
इन तस्वीरों के साथ कैप्शन लिखा जा रहा है, “हाथरस गैंग रेप के आरोपी संदिंप के पिता के साथ योगीजी और मोदीजी अब चारो आरोपी बच जाएंगे।” फेसबुक पर बांग्ला भाषा में भी ऐसा ही दावा वायरल हो रहा है। ऐसी ही कुछ वायरल पोस्ट के आर्काइव यहां देखे जा सकते हैं।
फैक्ट चेक
इन तस्वीरों के साथ किया जा रहा दावा गलत है। जिस व्यक्ति को हाथरस के आरोपी का पिता बताया जा रहा है, वे उत्तर प्रदेश के बीजेपी नेता श्याम प्रकाश द्विवेदी हैं। द्विवेदी बीजेपी युवा मोर्चा के काशी डिवीजन के उपाध्यक्ष हैं।
रिवर्स इमेज सर्च और कुछ कीवर्ड की मदद से हमने पाया कि डॉ श्याम प्रकाश द्विवेदी के नाम से कई फेसबुक पेजों पर ये तस्वीरें अपलोड की गई हैं। हमने इन पेजों पर कुछ और तस्वीरें मिलीं जिनमें द्विवेदी अन्य भाजपा नेताओं के साथ मौजूद हैं। इन पेजों से हमें पता चला कि द्विवेदी उत्तर प्रदेश के प्रयागराज से हैं और बीजेपी के वरिष्ठ नेता है।
पड़ताल
सर्च करने पर हमें श्याम प्रकाश द्विवेदी के बारे में कई खबरें भी मिलीं। 16 सितंबर, 2020 को ‘डीएनए’ वेबसाइट पर छपी खबर के मुताबिक, द्विवेदी 2019 में हुए एक गैंगरेप मामले में आरोपी हैं। 16 सितंबर, 2020 को प्रयागराज पुलिस ने द्विवेदी के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इस रिपोर्ट से ये भी स्पष्ट होता है कि द्विवेदी बीजेपी युवा मोर्चा की काशी यूनिट के उपाध्यक्ष हैं।
हमें कुछ और खबरें मिलीं, जिनमें समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं ने प्रयागराज के सुभाष चौराहे पर द्विवेदी का एक विवादित पोस्टर लगाया। इस पोस्टर में द्विवेदी की फोटो के साथ सपा कार्यकर्ताओं ने योगी सरकार के 'ऑपरेशन दुराचारी' अभियान पर तंज कसा। हाल ही में यूपी सरकार ने कहा था कि 'ऑपरेशन दुराचारी' के तहत चौराहों पर यौन अपराध के आरोपियों के पोस्टर लगाए जाएंगे।
द्विवेदी 2016 में भी सुर्खियों में आए थे जब उन्होंने ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (AIMIM) के प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी की जीभ काटने वाले को 1 करोड़ रुपये का इनाम देने की घोषणा की थी।
हालांकि, द्विवेदी के इस बयान के बाद उन्हें बीजेपी से निलंबित कर दिया गया था, लेकिन बाद में उन्हें पार्टी में फिर से शामिल कर लिया गया।
हमने हाथरस मामले में आरोपी संदीप के पिता के बारे में भी सर्च किया। 30 सितंबर को प्रकाशित ‘इंडिया टुडे’ की रिपोर्ट के अनुसार, संदीप के पिता का नाम नरेंद्र है। रिपोर्ट के अनुसार, नरेंद्र पर भी आरोप है कि उन्होंने 2001 में हाथरस पीड़िता के दादा के साथ मारपीट की थी।
ये निकला नतीजा
हालांकि, पड़ताल से ये साफ है कि बीजेपी नेताओं के साथ जिस व्यक्ति की तस्वीरें वायरल हो रही हैं, वह हाथरस केस के आरोपी संदीप का पिता नहीं है। इससे पहले पीड़िता की फेक फोटोज वायरल हुई थी और सीएम योगी के पीड़िता के अंतिम संस्कार की लाइव वीडियो देखने के दावे साथ एक तस्वीर शेयर की गई थी। बहरहाल हमारी पड़ताल में दोनों ही खबरें फेक निकली थीं।