शराब का एक छोटा सा पैग कई सारी बीमारियों के बचाने में कारगर साबित हो सकता है। स्माल पैग पीने से हर्ट स्ट्रोक से तो बचेंगे ही शुगर में भी यह फायदेमंद होता है। हां, यह जानना भी जरूरी है कि कितनी पीनी चाहिए।
नई दिल्ली. आपकों कोई बड़ी बीमारी नहीं है और सामान्य जीवन जी रहे हैं तो शराब से दूरी ही फायदेमंद होती है। नशे के लिए शराब का सेवन करना सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकता है। लेकिन अल्कोहल की छोटी मात्रा कई बड़ी बीमारियों से बचाने में भी मददगार हो सकती है। हाल ही में द लैंसेट में प्रकाशित एक रिपोर्ट बताती है कि शराब की वजह से वयस्कों से ज्यादा युवाओं को खतरा है। यंग लोग ज्यादा शराब पीते हैं तो रिस्क बढ़ जाता है।
15-39 वर्ष आयुवर्ग में शराब का सेवन
रिपोर्ट बताती है कि यदि किसी की उम्र 15 वर्ष से 39 वर्ष के बीच है तो उसके लिए अल्कोहल किसी भी तरह से फायदेमंद नहीं होता। यह भी माना जाता है कि इसी आयुवर्ग के लोग सबसे ज्यादा असुरक्षित तरीके से शराब पीते हैं और लाइफ के लिए खतरा बढ़ा लेते हैं। 15 से 39 वर्ष की आयु के युवाओं में शराब की लत के कारण ही 60 प्रतिशत दुर्घटनाएं होती हैं। कभी एक्सीडेंट के तौर पर तो कभी सुसाइड के तौर पर यह घटनाएं होती हैं। इस आयु वर्ग के लोगों में अल्कोहल की अधिक मात्रा के कारण गंभीर बीमारियों का भी खतरा बढ़ जाता है।
अल्कोहल के लिए इस मात्रा का रखें ध्यान
(सुरक्षित सेवन के लिए चिकित्सकीय सलाह जरूरी है)
40-64 वर्ष आयुवर्ग में शराब का सेवन
सामान्य तौर पर 40 से 64 वर्ष आयुवर्ग के व्यक्तियों के लिए सुरक्षित अल्कोहल की मात्रा का सजेशन दिया जाता है। रिपोर्ट बताती है कि इस आयुवर्ग के लोग एक से दो पैग शराब का सेवन करते हैं तो मधुमेह, तनाव, हर्ट स्ट्रोक जैसी बीमारियों से बच सकते हैं। यदि उम्र 65 वर्ष से ज्यादा हो गई है तो तीन स्माल पैग भी लिया जा सकता है। लेकिन यह ध्यान रखना जरूरी है कि शरीर में किसी भी तरह की अन्य बीमारी न हो। यदि इस उम्र में रोजाना शराब की आदत है तो यह विशेष ध्यान रखना चाहिए की अल्कोहल की मात्रा कभी भी मानक से ज्यादा न होने पाए।
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