3. हम सब एक हैं
जाति, धर्म, रंग-रूप, धन, यश आदि कितनी ही दीवारें इंसान को इंसान से बांटती हैं। इन दीवारों को तोड़कर एक रंग, एक मंच, एक उमंग, एक उत्साह में सराबोर होकर समत्व को अपनाना ही होली का संदेश है। इस त्योहार में सभी लोग ऊंच-नीच और जाति, धर्म को भूलकर एक हो जाते हैं, ये संदेश है कि हम सब एक है।