करवा चौथ पर पत्नी पहले चंद्रमा को और बाद में अपने पति को छलनी से देखती हैं। हालांकि ये परंपरा कुछ ही स्थानों पर निभाई जाती हैं। इस परंपरा के पीछे कोई धार्मिक या वैज्ञानिक कारण नहीं है, लेकिन मनोवैज्ञानिक कारण जरूर है। जब पत्नी अपने पति को छलनी से देखती है तो इसका अर्थ है कि “मैंने अपने मन के सभी अच्छे-बुरे विचारों को इस छलनी में छानकर पवित्र कर लिया है। अब मेरे मन में सिर्फ आपके लिए प्रेम ही शेष है। यही मैं आपको समर्पित करती हूं।”