उज्जैन. धर्म-ग्रंथ का लक्ष्य मनुष्य को केवल देवी-देवताओं के बारे में ज्ञान देना ही नहीं है, बल्कि हर उस बात को समझाना है, जो उसके लिए जानना जरूरी होती है। धर्म ग्रंथों का पाठ करने या उन्हें सुनने से हमें कई ऐसी बातें पता चलती हैं, जो की उसके जीवन में हर दिन काम आने वाली होती है। महाभारत के वनपर्व में ऐसी तीन बातों के बारे में कहा गया है, कि किसी से दोस्ती करने से पहले हमें क्या-क्या बातें ध्यान रखनी चाहिए। जानिए उन बातों के बारे में…
श्लोक-
येषां त्रीण्यवदातानि विद्या योनिश्च कर्म च।
ते सेव्यास्तैः समास्या हि शास्त्रेभ्योपि गरीयसी।।