आयुर्वेद में माना है गुणकारी
धर्म ग्रंथों में सेंधा नमक को सात्विक बताया गया है। ऋषि वाग्भट्ट ने भी अपने ग्रंथों में कहा है कि व्रत या फलाहार में सेंधा नमक का उपयोग किया जा सकता है। वहीं, आयुर्वेद में इसे बहुत ही गुणकारी माना गया है। रोजाना खाने में इसका इस्तेमाल किया जाए तो इससे वात, पित्त और कफ संबंधी दोषों से बचा जा सकता है। इस नमक के सेवन से रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ने लगती है और कैंसर का खतरा भी कम होने लगता है।