उज्जैन. प्रत्येक मास के दोनों पक्षों की चतुर्थी तिथि को भगवान श्रीगणेश के निमित्त व्रत किया जाता है। पूरे साल में किए गए 24 चतुर्थी व्रत में से 4 चतुर्थी बहुत ही विशेष मानी गई हैं। इनमें से माघ मास के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी भी एक है। इसे संकटा गणेश चतुर्थी और तिल चतुर्थी कहते हैं। इस बार ये व्रत 31 जनवरी, रविवार को है। इस दिन विशेष रूप से भगवान श्रीगणेश व चंद्रमा की पूजा की जाती है। इस व्रत की विधि इस प्रकार है-