कभी भैंस पर बैठकर रियाज करता था ये भोजपुरी स्टार, 3500 रुपए में बड़ी मुश्किल से चलता था घर
मुंबई. भोजपुरी से राजनीति तक का सफर तय करने वाले एक्टर दिनेश लाल यादव यानी कि निरहुआ आज अपना 41वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनका जन्म 2 फरवरी, 1979 यूपी के गाजीपुर में हुआ था। निरहुआ आज किसी पहचान के मोहताज नहीं हैं। लेकिन यहां तक पहुंचना उनके लिए आसान नहीं था। राजनीति में आने से पहले दिनेश लाल यादव सिंगर और एक्टर के तौर पर भोजपुरी फिल्मों में काम किया करते थे। हालांकि, वो भोजपुरी में आज भी सक्रिय हैं। उनका जीवन फिल्मों में आने से पहले बहुत ही संघर्ष में बीता है।
उनके पिता शहर से बाहर रहकर मजदूरी करके 7 लोगों का परिवार चलाते थे। महज 3500 रुपए में निरहुआ के परिवार को गुजर बसर करना पड़ता था। निरहुआ और उनका परिवार एक झोपड़पट्टी में रहता था। निरहुआ यूपी में गाजीपुर के टंडवा गांव के रहने वाले हैं।
निरहुआ के घर की हालात ठीक नहीं होने की वजह से उनके पिता दोनों बेटों दिनेशलाल और प्रवेशलाल को लेकर कोलकाता चले गए। इस दौरान उन्होंने पत्नी और तीन बेटियों को गांव में ही छोड़ दिया था। कोलकाता में वो एक झोपड़पट्टी में अपने दोनों बेटों के साथ कई सालों तक रहे। इस दौरान वे मजदूरी कर 3500 रुपए कमाते थे। किसी तरह उन्होंने निरहुआ को मलिकपुरा कॉलेज से बीकॉम तक की पढ़ाई पूरी करवाई।
निरहुआ ने अपनी लाइफ में काफी स्ट्रगल किया। इनके घर में कभी साइकिल तक नहीं हुआ करती थी। अब वो भोजपुरी का स्टार बनने के बाद वो एक फिल्म के बतौर फीस 30 से 35 लाख रुपए लेते हैं।
निरहुआ का मां चंद्रज्योति देवी ने एक इंटरव्यू में बताया था कि दिनेश को बचपन से ही गीत-संगीत का शौक था। निरहुआ कभी रियाज से नहीं चूकते थे। वो भैस चराने जाते थे तब उनकी पीठ पर बैठकर गाने का रियाज करते थे। वहीं, निरहुआ के पिता चाहते थे कि वो पढ़-लिखकर अच्छी नौकरी करें, लेकिन वो तो एक्टर बनना चाहते थे। वो अपने रिश्ते के बड़े भाई और बिरहा सिंगर विजय लाल यादव को फॉलो करते थे।
दिनेशलाल ने एक इंटरव्यू में कहा था कि उनके घर में बचपन से ही गायिकी का माहौल था। पिता जी और बड़े भाई गायक हैं। कोलकाता से बीकॉम की पढ़ाई करने के बाद वो 2001 में गांव आए उसके बाद गाने की तैयारी करने लगे। उनका एलबम 'निरहुआ सटल रहे' काफी हिट हुआ, जिसके कारण लोग मुझे जानने लगे। इसके बाद 'ससुरा बड़ा पइसा वाला' फिल्म बनाने वाले प्रोड्यूसर सुधाकर पांडेय उनके गांव आए थे।
सुधाकर के पिता ने उन्हें एक सीडी दी और उनके फन के बारे में बताया। उन्होंने कहा कि आजकल इसका गाना खूब बज रहा है। इसको लेकर फिल्म बनाओ। इसके बाद सुधाकर पांडेय ने निरहुआ से बात की और पहली फिल्म 'चलत मुसाफिर मोह लियो' में काम करने का मौका मिला। इस फिल्म से निरहुआ और चर्चा में आ गए। आगे यह सिलसिला ऐसे ही चलता रहा। इसके बाद उन्होंने 'परिवार' जैसी हिट फिल्म की। निरहुआ अब तक 90 से ज्यादा फिल्मों में काम कर चुके हैं।
बहरहाल, निरहुआ फिल्मों के साथ ही अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर काफी चर्चा में रहते हैं। निरहुआ और आम्रपाली दुबे की जोड़ी भोजपुरी की हिट जोड़ी में से एक है। दोनों को फैंस साथ काफी पसंद करते हैं। इसके साथ ही ये जोड़ी एक-दूसरे को डेट करने को लेकर भी काफी चर्चा में रहती है। हालांकि, दोनों में से किसी ने भी कभी रिलेशनशिप को लेकर कभी कुछ नहीं बोला।