ससुर ने 4 भैंस बेचकर खरीदा था खेसारीलाल के लिए कोट पेंट, सेहरा बांधने के लिए भी नहीं था पैसा
मुंबई. खेसारीलाल यादव आज भोजपुरी के जाने माने कलाकारों में से एक हैं। अब वो एक सफल एक्टर के तौर पर गिने जाते हैं। काजल राघवानी के साथ उनकी जोड़ी को लोग काफी पसंद करते हैं। सफलता की ऊंचाइयों को छूने वाले खेसारी का बचपन काफी गरीबी में बीता। कभी ऐसा था कि उनके पास अपनी शादी में सेहरा खरीदने के लिए भी पैसा नहीं था।
Asianet News Hindi | Published : Feb 26, 2020 7:21 AM IST / Updated: Mar 01 2020, 12:14 PM IST
खेसारीलाल यादव ने एक इंटरव्यू बताया था कि शादी के दौरान उनके पास सेहरा भी खरीदने के लिए पैसा नहीं था। बल्कि उनके ही ससुर ने चार भैसें बेचकर उनके लिए कोट पेंट खरीदा था।
खेसारी बताते हैं कि उनकी शादी 11 हजार रुपए में हुई है। उनकी शादी में ससुराल की तरफ से 11 हजार रुपए तिलक मिला था, लेकिन खेसारी के पिता को ये मंजूर नहीं था तो उन्होंने वो भी उन्हें लौटा दिया था। खेसारी के पिता तिलक के शुरू से ही खिलाफ रहे हैं। सातों भाइयों की शादी हुई, लेकिन किसी की भी शादी में तिलक नहीं ली गई।
खेसारी उस समय भी गाना गाते थे, लेकिन वो रामायण और महाभारत के लिए गाते थे तो थोड़े पैसे मिल जाते थे। शादी के समय उनकी घर की आर्थिक स्थिति कुछ खास ठीक नहीं थी।
खेसारीलाल यादव ने बताया कि वो सात भाई थे, जिसमें चार चाचा के बेटे थे। इन सभी की परवरिश उनके पिता ने ही की है। एक्टर के पिता चना बेचकर परिवार वालों का पेट पालते थे।
एल्बम 'माल भेटाई मेला' से खेसारी हिट हो गए थे। इसके बाद वो 2012 में पहली फिल्म 'साजन चले ससुराल' में नजर आए थे। इसमें उनके अपोजिट स्मृति सिन्हा ने लीड रोल प्ले किया था।
आज खेसारीलाल यादव और काजल राघवानी की जोड़ी को काफी पसंद किया जाता है। दोनों स्टार्स की कोई भी फिल्म सिनेमाघरों में आती है तो हिट हो जाती है। इस जोड़ी को फैंस रील और रियल में साथ में ही देखना पसंद करते हैं।
काजल और खेसारी को लेकर फैंस को तो लगता है कि ये दोनों ही पति पत्नी हैं, लेकिन खेसारी पहले से ही शादीशुदा हैं। उनके दो बच्चे हैं। काजल और खेसारी एक अच्छे दोस्त हैं।