पत्नी को हो गया था शक तो गुस्से में भेज दिए थे तलाक के कागज, ये देख शॉक्ड रह गए थे मनोज तिवारी
मुंबई. भोजपुरी के सुपरस्टार एक्टर और सिंगर मनोज तिवारी फिल्मों के साथ ही अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहे हैं। इन दिनों वो दिल्ली से बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष हैं। यहां तक का सफर तय करना उनके लिए आसान नहीं था। मनोज तिवारी का 1 फरवरी को 49वां बर्थडे है। उनका जन्म 1 फरवरी, 1971 को हुआ था। ऐसे में उनकी लाइफ से जुड़ी बातों के बारे में बता रहे हैं।
Asianet News Hindi | Published : Jan 31, 2020 9:13 AM IST / Updated: Feb 01 2020, 09:38 AM IST
मोनज तिवारी आज एक बड़ा नाम हैं। वो किसी पहचान के मोहताब नहीं है। फिर चाहे वो राजनीति हो या फिर फिल्मी सफर हो। देशभर में उनकी फैन फॉलोइंग बहुत है। फिल्मों और राजनीति के अलावा मनोज तिवारी अपनी पर्सनल लाइफ को लेकर भी काफी चर्चा में रहे हैं।
मनोज तिवारी और उनकी पत्नी रानी का 2012 में तलाक हो गया था। दोनों का रिश्ता 13 में टूट गया था। एक्टर ने रानी ने 1999 में शादी की थी और वो भी भोजपुरी की एक जानीमानी सिंगर थीं। तलाक के बाद से मनोज तिवारी अकेले हो गए और वो आज भी अपनी पत्नी और बेटी याद करते हैं, साथ ही पहले की ही तरह प्यार करते हैं।
दरअसल, मनोज तिवारी और उनकी पत्नी रानी के तलाक की वजह एक्ट्रेस श्वेता तिवारी को माना जाता है। मनोज और श्वेता ने एक साथ भोजपुरी फिल्म 'कब अइबु अंगनवा हमार' और 'ऐ भउजी के सिस्टर' में काम किया था। इसके बाद दोनों साथ में बिग बॉस 4 में नजर आए थे। शो में दोनों के रिलेशनशिप की खबरें भी सामने आई थी।
मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जाता है कि मनोज तिवारी ने एक बार कहा था कि उनकी पत्नी थोड़ शक करने वाली हैं। श्वेता और मनोज तिवारी को लेकर रानी को पहले से ही शक था। इस बात को लेकर मनोज और उनकी पत्नी में बिग बॉस में जाने से पहले ही विवाद चल रहा था। इस बात को उन्होंने श्वेता तिवारी के साथ शो में भी डिसकस की थी। इसे सुनने के बाद वो काफी शॉक्ड हुई थीं।
मनोज तिवारी जब शो का हिस्सा बने थे तो उनकी पत्नी रानी उनसे अलग रह रही थी। जब मनोज तिवारी शो से बाहर आए तो उनके घर रानी ने तलाक के पेपर भिजवा दिए थे। इसे देखकर मनोज तिवारी काफी शॉक्ड रह गए थे। मनोज तिवारी कई मौकों पर कह चुके हैं कि वो अपनी पत्नी और बेटी से प्यार करते हैं इसलिए वो उन्हें तलाक नहीं देना चाहते थे, लेकिन उन्हें अपनी पत्नी की जिद और गुस्से के आगे झुकना पड़ा था फिर उन्हें पेपर पर साइन करना पड़ा। इसका तलाक ऑफिशियली 2012 में हुआ था।
तलाक से पहले मनोज तिवारी और उनकी पत्नी को फैमिली कोर्ट ने रिश्ते सुधारने के लिए एक मौका भी दिया था, लेकिन मनोज तिवारी की पत्नी एक सुनने के लिए तैयार नहीं थीं। उनका तलाक का फैसला अटल था। मनोज तिवारी ने रानी से तलाक ना देने के लिए काफी अपील भी की थी। इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा था कि जो उनकी पत्नी तलाक ना देने के लिए मना लेगा वो उसे अपना भगवान मानेंगे।
यही नहीं श्वेता तिवारी ने भी मनोज तिवारी की पत्नी को खूब समझाने की कोशिश की, लेकिन वो नहीं मानीं और तलाक के फैसले पर टिकी रहीं।
मनोज तिवारी ने फैंस के बीच आकर इस बात को कहा था कि वो अपनी पत्नी को तलाक नहीं दे रहे हैं। बस वो उनके दबाव और जिद के आगे तलाक के पेपर पर साइन कर रहे हैं। रांची के एक इंटरव्यू के दौरान मनोज तिवारी ने कहा था कि वो अपनी पत्नी को आज भी उतना ही प्यार करते हैं और याद करते हैं। इसलिए अब तक उन्होंने दूसरी शादी के बारे में सोचा भी नहीं।
राजनीति में आने से पहले मनोज तिवारी एक्टर और सिंगर थे। उन्हें फिल्मों में पहला ब्रेक भोजपुरी मूवी 'ससुरा बड़ा पइसावाला' से मिला था। इस फिल्म में उनके अपोजिट रानी चटर्जी ने लीड रोल प्ले किया था। उस वक्त की ये ब्लॉकबस्टर फिल्म थी। इसके बाद उन्होंने एक के बाद एक हिट फिल्में दी थी। बता दें, बीजेपी में आने से पहले मनोज तिवारी समाजवादी पार्टी के टिकट पर गोरखपुर से चुनाव लड़ चुके हैं।