पटना (Bihar) । देश-दुनिया में बिहार की पहचान राज्य की प्रतिभाओं की वजह से भी हुई। बिहार की माटी ने कई गणितज्ञ दिए हैं। वशिष्ठ नारायण सिंह इन्हीं में सबसे खास हैं। गरीबी के बावजूद अपनी लगन और बुद्धि की वजह से उन्होंने मुकास उच्च शिक्षा प्राप्त की। कहते हैं कि 1969 में नासा का अपोलो मिशन लॉन्च हुआ था। तब पहली बार इंसान को चांद पर भेजा गया था। लेकिन मिशन के दौरान कुछ देर के लिए 31 कंप्यूटर बंद हो गए थे। उस वक्त वशिष्ठ नारायण ने गणित लगाकर हिसाब निकाला।(बिहार में विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। चुनावी हलचल के बीच हम अपने पाठकों को 'बिहार के लाल' सीरीज में कई हस्तियों से रूबरू करा रहे हैं। इस सीरीज में राजनीति से अलग उन हस्तियों के संघर्ष और उपलब्धि के बारे में बताया जा रहा है जिन्होंने न सिर्फ बिहार बल्कि देश दुनिया में भारत का नाम रोशन किया। आज की हस्ती बिहार के महान गणितज्ञ वशिष्ठ नारायण सिंह हैं।)