संतोष बाबू की शहादत से बौखला गए थे बिहार रेजीमेंट के जवान, भागने लगे चीनी सैनिक, 18 की तोड़ी गर्दन

पटना (Bihar)। भारत-चीन बार्डर के गलवान हमले में अपने कमांडिंग ऑफिसर कर्नल बी संतोष बाबू के शहीद होने के बाद बिहार रेजिमेंट के जवान बैखला गए थे। अपने सीओ की शहादत से गुस्साएं भारतीय सैनिकों ने चीनी जवानों में भय पैदा कर दिया था। भारतीय जवानों ने एक-एक कर 18 चीनी सैनिकों की गर्दनें तोड़ दीं थी। मीडिया रिपोर्ट की मानें तो एक सैन्य अधिकारी ने कहा है कि कम-से-कम 18 चीनी सैनिकों के गर्दनों की हड्डियां टूट चुकी थीं और सर झूल रहे थे। ये सब अपने कमांडर की वीरगति प्राप्त होने के बाद गुस्साएं भारतीय सैनिक ने किया था।

Asianet News Hindi | Published : Jun 21, 2020 6:54 AM IST / Updated: Jun 21 2020, 12:31 PM IST

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संतोष बाबू की शहादत से बौखला गए थे बिहार रेजीमेंट के जवान, भागने लगे चीनी सैनिक, 18 की तोड़ी गर्दन


सैन्य अधिकारी के मुताबिक अपने  सीओ कमांडिंग ऑफिसर कर्नल बी संतोष बाबू के शहीद होने के बाद बिहार रेजिमेंट के जवान इतने आक्रोशित हो गए की पूछिए मत। सामने आने वाले हर चीनी सैनिक का ऐसा हाल किए कि उनकी पहचान कर पाना भी संभव नहीं रहा होगा।
 

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बिहार रेजिमेंट के जवानों का यह रौद्र रूप देखकर सैकड़ों की तादाद में मौजूद चीनी भागने लगे और घाटियों में जा छिपे थे, जिसके बाद भारतीय जवानों ने पीछा कर उन्हें पकड़-पकड़ कर मारा।
 

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सैन्य ऑफिसर के मुताबिक भारतीय सैनिक इतने गुस्से में थे कि वे चीनी सैनिकों को मारने उनके अधिकार क्षेत्र तक में चले गए थे, जिन्हें बाद में चीन ने वापस भेजा।
 

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सैन्य ऑफिसर ने पड़ोसी देश चीन से स्पष्ट शब्दों में कहा कि बढ़ा-चढाकर व झूठे दावे करने के उसके प्रयास स्वीकार्य नहीं हैं। उन्होंने भारत ने पूर्वी लद्दाख में गलवान घाटी पर संप्रभुता को लेकर चीन के दावे को खारिज किया है। 

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मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अनुराग श्रीवास्तव ने कहा है कि गलवान घाटी पर चीन का दावा अतीत की स्थिति के अनुरूप नहीं है। वैसे भी गलवान की स्थिति ऐतिहासिक रूप से स्पष्ट है।

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