अगर ये बीच में नहीं आता तो करिश्मा कपूर का पति होता विनोद खन्ना का बेटा, इसलिए नहीं की शादी
मुंबई. विनोद खन्ना के बेटे अक्षय खन्ना 45 साल के हो चुके हैं। 28 मार्च, 1975 को मुंबई में जन्मे अक्षय खन्ना ने 1997 में आई फिल्म 'हिमालय पुत्र' से करियर की शुरुआत की थी। कई हिट फिल्मों में काम करने वाले अक्षय इंडस्ट्री में वो मुकाम हासिल नहीं कर पाए जो उनके पिता विनोद खन्ना ने हालिस किया था। आपको बता दें कि 45 की उम्र में अक्षय अनमैरिड है। वैसे अगर उनकी शादी हो जाती तो आज करिश्मा कपूर विनोद खन्ना की बहू कहलाती। वैसे आपको बता दें कि करिश्मा पर फिल्मों से दूर हैं। हालांकि, उन्होंने डिजीटल पर डेब्यू किया है।
Asianet News Hindi | Published : Mar 28, 2020 10:12 AM IST / Updated: Apr 02 2020, 11:18 AM IST
आपको बता दें कि अक्षय खन्ना के लिए कपूर परिवार की बेटी का रिश्ता गया था। अक्षय की शादी करिश्मा कपूर संग होने वाली थी। रणधीर कपूर ने अपनी बेटी करिश्मा कपूर का रिश्ता विनोद खन्ना के यहां भेजा।
लेकिन करिश्मा की मां बबीता को ये रिश्ता पसंद नहीं था। वह नहीं चाहती थी कि करिश्मा के करियर पर किसी भी तरह का ब्रेक लग जाए। अगर बबिता इस रिश्ते के लिए मना न करतीं तो करिश्मा कपूर की शादी अक्षय खन्ना से हो जाती।
एक इंटरव्यू में अक्षय खन्ना से जब उनकी शादी को लेकर सवाल किया गया था तब उन्होंने कहा था कि उन्हें बच्चे पसंद नहीं इसलिए उन्होंने अबतक शादी नहीं की। यहीं नहीं उन्होंने कहा था- 'मैं कभी शादी नहीं करना चाहता हूं। मुझे अकेले रहना अच्छा लगता है। मैं कुछ समय के लिए किसी रिश्ते में रह सकता हूं लेकिन लंबे समय तक उस रिश्ते को चला नहीं सकता।'
इतना ही नहीं उन्होंने ये भी कहा था कि शादी की जगह वे लिव इ रिलेशन में रहना ज्यादा यकीन रखते हैं।
अक्षय को फिल्म 'ताल' से पहचान मिली। ये फिल्म 1999 में आई थी और सुपरहिट रही थी। फिल्म में अक्षय ने ऐश्वर्या राय के साथ रोमांस किया था। फिल्म 'दिल चाहता है' के लिए अक्षय को फिल्मफेयर बेस्ट सपोर्टिंग एक्टर का अवॉर्ड मिला था। इसके बाद अक्षय ने 'हमराज', 'हंगामा', 'हलचल', 'रेस' और 'दहक' जैसी फिल्मों में काम किया। वे अभी भी फिल्मों में एक्टिव हैं।
अपने करियर के दौरान अक्षय ने कई सारी बड़ी एक्ट्रेस के साथ काम किया। पूजा बत्रा, ट्विंकल खन्ना, रवीना टंडन और शिल्पा शेट्टी जैसी एक्ट्रेस के साथ उनका नाम भी जुड़ा।
बता दें कि अक्षय के पिता विनोद खन्ना 1982 में सब कुछ छोड़कर ओशो की शरण में चले गए थे। उन्होंने अपने करियर के चरम पर संन्यास लिया था और करीब दस सालों तक इंडस्ट्री से दूरी रहे थे। अक्षय ने एक बातचीत के दौरान बताया था- 'संन्यास जीवन की दिशा बदल देने वाला फैसला होता है। मेरे पापा को जब लगा की उन्हें यह करना चाहिए तो उन्होंने यह किया। जब मैं पांच साल का था तब मैं यह बात नहीं समझ सकता था लेकिन अब मैं यह बात समझ सकता हूं।'