इस वजह से काजोल नहीं, किसी और पर फिल्माया जाना था 'ये काली काली आंखें...'
मुंबई। शाहरुख खान, काजोल और शिल्पा शेट्टी की सुपरहिट फिल्म 'बाजीगर' को 26 साल पूरे हो चुके हैं। 12 नवंबर, 1993 को रिलीज हुई यह फिल्म न सिर्फ शाहरुख बल्कि काजोल और शिल्पा के करियर के लिए भी मील का पत्थर साबित हुई थी। एक इंटरव्यू के दौरान काजोल ने फिल्म के सबसे हिट गाने से जुड़ा राज खोला था। काजोल ने बताया था कि फिल्म का गाना 'ये काली काली आंखें उनके लिए नहीं लिखा गया था। हालांकि बाद में यह गाना उन्हीं पर फिल्माया गया था। बता दें कि काजोल की आंखे काली नहीं बल्कि भूरी हैं।
इस वजह से काजोल पर फिल्माया गया था गाना : काजोल के मुताबिक, ''फिल्म के सभी गाने एक साथ लिखे गए थे। डायरेक्टर अब्बास-मस्तान को यह गाना इतना ज्यादा पसंद आया कि उन्होंने मेरी आंखों के रंग पर ध्यान न देते हुए इस गाने को फिल्म में रखने का फैसला किया। फाइनली ये गाना मुझ पर फिल्माया गया और यह काफी हिट भी हुआ। बता दें कि 'ये काली काली आंखें' गाना अनु मलिक ने कम्पोज किया था। इसके साथ ही गाने का कुछ हिस्सा अनु मलिक ने गाया भी है।
फिल्म 'बाजीगर' में शाहरुख वाला रोल पहले अक्षय कुमार को ऑफर हुआ था। लेकिन उन्होंने यह कहते हुए फिल्म में काम करने से मना किर दिया था कि वो नेगेटिव शेड्स वाला रोल नहीं करना चाहते। उनके अलावा अरबाज खान, अनिल कपूर और सलमान खान भी यह रोल रिजेक्ट कर चुके थे।
काजोल की पहली सफल फिल्म बाजीगर थी। डायरेक्टर अब्बास-मस्तान पहले 'बाजीगर' (1993) में श्रीदेवी को जुड़वां बहनों के रूप में लेना चाहते थे। हालांकि बाद में उन्होंने काजोल और शिल्पा शेट्टी को लेने का फैसला किया।
‘बाजीगर’ फिल्म को देखने के बाद दर्शक हैरान हो गए थे। क्योंकि इस फिल्म में पहली लीड एक्ट्रेस को बुरी तरह से मार दिया जाता है। इस तरह की फिल्म दर्शकों के सामने पहली दफा आई थी। इसी नयेपन के कारण फिल्म हिट रही थी।
‘बाजीगर’ फिल्म में शाहरुख की परफॉर्मेंस के लिए उन्हें पहली बार बेस्ट एक्टर का फिल्मफेयर अवॉर्ड मिला था। यह फिल्म 1991 में आई हॉलीवुड मूवी 'A Kiss Before Dying' का रीमेक थी।
‘बाजीगर’ साल 1993 की चौथी सबसे बड़ी सुपरहिट फिल्म थी। 26 साल पहले आई इस फिल्म ने उस दौर में करीब 8 करोड़ रुपए का बिजनेस किया था।
डायरेक्टर अब्बास-मस्तान के मुताबिक, फिल्म का मुहूर्त दिसंबर, 1992 में हो गया था और जल्द ही शूटिंग शुरू होने वाली थी। हालांकि 6 दिसंबर को अयोध्या कांड के बाद देश के अलग-अलग हिस्सों में दंगे भड़कने के बाद फिल्म का काम रुक गया था। कुछ वक्त रुकने के बाद मार्च के आखिर में हमने फिल्म की शूटिंग दोबारा शुरू की और मई-जून में यह पूरी हुई।