सरकार को खासकर उस वक्त के सूचना एवं प्रसारण मंत्री विद्याचरण शुक्ल और इंदिरा गांधी के बड़े बेटे संजय गांधी को सिर्फ बैन लगाकर तसल्ली नहीं हुई। दोनों ने फिल्म के सभी प्रिंट, यहां तक की मास्टर प्रूफ तक गुड़गांव, हरियाणा स्थित मारुति फैक्ट्री में भेजकर जलवा दिए।