जिस बहन की वजह से लोगों ने शाहरुख को दी पाकिस्तान चले जाने की सलाह, वो अब नहीं रही इस दुनिया में
मुंबई। शाहरुख खान की चचेरी बहन नूरजहां का 52 साल की उम्र में पाकिस्तान के पेशावर में निधन हो गया है। नूरजहां के पति आसिफ बुरहान ने जानकारी देते हुए बताया कि वो लंबे समय से बीमार थीं और उन्हें मुंह का कैंसर था। बता दें कि 1947 में भारत-पाकिस्तान के बंटवारे के समय शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद माइग्रेट होकर दिल्ली आ गए थे, जबकि उनके चाचा पाकिस्तान में ही रह गए थे।
Asianet News Hindi | Published : Jan 29, 2020 6:50 AM IST / Updated: Feb 01 2020, 07:26 PM IST
शाहरुख के पाकिस्तान में रह गए चाचा गुलाम मोहम्मद गामा फ्रीडम फाइटर थे। गुलाम मोहम्मद के दो बेटे (मंसूर खान और मकसूद खान) और एक बेटी (नूरजहां) थीं। बड़े बेटे मंसूर खान पेशावर के किस्सा ख्वानी बाजार में बांस की सीढ़ियां बनाने का काम करते हैं। उन्होंने एक इंटरव्यू में बताया था कि शाहरुख उनके छोटे भाई मकसूद खान के सबसे ज्यादा क्लोज थे।
मंसूर खान ने इस इंटरव्यू में यह भी बताया था कि 1978 में शाहरुख पहली बार अपने पिता के साथ पेशावर पहुंचे थे। शाहरुख को पेशावर के आसपास के इलाकों में स्वात बहुत पसंद था। हालांकि, लंबे समय से वे वहां नहीं गए।
23 साल पहले मुंबई आई थी शाहरुख की चचेरी बहन : शाहरुख की चचेरी बहन नूरजहां (मुन्नी) साल 1997 में मुंबई आई थीं और करीब ढाई महीने शाहरुख के साथ ही रही थीं। नूरजहां ने अपने बेटे का नाम उनके नाम पर 'शाहरुख' ही रख लिया है।
मंसूर खान के मुताबिक, शाहरुख खान को पेशावर की पेशावरी चप्पल बहुत पसंद है। 1978 में जब SRK पेशावर गए थे तो एक जोड़ी चप्पल खरीदी थीं और सात साल तक पहनते रहे थे। मंसूर खान ने यह भी बताया था कि शाहरुख बचपन से ही एक्टर बनने का सपना देखा करते थे और इस बात का जिक्र वे पेशावर विजिट के दौरान अपने कजिंस से किया करते थे।
शाहरुख के पिता मीर ताज मोहम्मद अपने 6 भाई-बहनों में सबसे छोटे थे। मियां मोहम्मद, गुलाम मोहम्मद, अल्लाह बख्श और खान मोहम्मद ताज के बड़े भाई थे। उनकी एक बहन भी थी, जिसका नाम खेर जान था। खेर जान, अल्लाह बख्श और मियां मोहम्मद ने कभी शादी नहीं की।
शाहरुख की चचेरी बहन नूरजहां के पाकिस्तान में चुनाव लड़ने की वजह से शाहरुख खान को लोगों ने पाकिस्तान चले जाने की सलाह दी थी। दरअसल, शाहरुख की जितनी फैन फॉलोइंग भारत में है पाकिस्तान में भी इससे कम नहीं है।
नूरजहां जब चुनाव कंटेस्ट कर रही थीं तो उन्होंने लोगों से रैली में कहा था कि जैसे लोग शाहरुख को सपोर्ट करते हैं वैसे ही उन्हें भी सपोर्ट करें। इसी वजह से शाहरुख को ट्रोलर्स का सामना करना पड़ा था।