अपने निधन से महज दो दिन पहले टुनटुन ने एक बातचीत में कहा था, "मुझे याद नहीं कि मेरे माता-पिता कौन थे और वे कैसे दिखते थे। मैं बमुश्किल दो या ढाई साल की थी, जब उनका निधन हो गया। मेरा 8-9 साल का भाई था, जिसका नाम हरि था। मुझे याद है कि हम अलीपुर नाम के गांव में रहते थे। एक दिन मेरे भाई की हत्या कर दी गई और मुझे दो वक्त के खाने के लिए अपने ही रिश्तेदारों के घर में नौकरानी का काम करना पड़ा।"