डिजिटल गोल्ड के हैं 8 करोड़ खाते
डिजिटल गोल्ड की शुरुआत साल 2012 में हुई। शुरुआती दौर में लोग इस तरह का निवेश करने से बचते थे, क्योंकि उन्हें इस पर भरोसा नहीं था। लेकिन धीरे-धीरे निवेश का यह तरीका पॉपुलर होता चला गया। आंकड़ों के मुताबिक, फिलहाल वॉलेट कंपनियों के पास डिजिटल गोल्ड के करीब 8 करोड़ खाते हैं। पेटीएम, गूगल-पे, फोन-पे जैसे वॉलेट के अलावा कई कंपनियां अब डिजिटल गोल्ड से बिना किसी शुल्क के जूलरी बनवाने की सुविधा भी दे रही हैं