कारों की लाइन, प्राइवेट जेट फिर कोर्ट में अनिल अंबानी ने क्यों कहा, 'मेरे पास पैसे नहीं, कंगाल हूं'
मुंबई: अनिल अंबानी जो कभी एशिया के अमीरों की लिस्ट में छठे नंबर पर थे। लेकिन आज वह कंगाल हो चूके हैं। ऐसा हम नहीं बल्कि खुद अनिल अंबानी के वकीलों ने कोर्ट में कहा है उन्होंने ब्रिटेन की एक अदालत से कहा कि उनकी नेटवर्थ जीरो है और वह दिवालिया हो चुके हैं। दरअसल चीन के बैंकों के 68 करोड़ डॉलर (4,760 करोड़ रुपये) के कर्ज के मामले की सुनवाई के दौरान अनिल अंबानी के वकील ने कहा कि एक समय था जब वह बेहद अमीर कारोबारी थे, लेकिन भारतीय टेलिकॉम सेक्टर में मची उथल-पुथल के बाद सब बर्बाद हो गया और वह अब अमीर नहीं रहे।
तीनों बैंकों ने अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कम्युनिकेशन्स पर $700 मिलियन (5000 करोड़ रुपये) के लिए मुकदमा किया है, जिसमें ब्याज भी शामिल है जो उन्होंने रिलायंस कम्युनिकेशंस (आरकॉम) को लोन के रूप में दिया था। उस समय अनिल अंबानी ने कहा था कि वह इस लोन की पर्सनल गारंटी देते हैं, लेकिन फरवरी 2017 के बाद कंपनी लोन चुकाने में डिफॉल्ट हो गई।
अंबानी के वकीलों ने अदालत को बताया कि, 'अंबानी के निवेश की वैल्यू 2012 के बाद खत्म हो गई थी। इसकी वजह भारत सरकार द्वारा स्पेक्ट्रम पॉलिसी में बदलाव था। जिसका भारतीय टेलिकॉम सेक्टर पर गहरा असर पड़ा था। इस वजह से अनिल अंबानी के निवेश की कीमत वह 8।9 करोड़ डॉलर (623 करोड़ रुपये) रह गई है, जो साल 2012 में 7 अरब डॉलर से अधिक थी। अगर एक बार जब उनकी देनदारी पर विचार किया जाता है तो उनकी कुल संपत्ति जीरो हो जाती है। साधारण सी बात है, वह एक अमीर कारोबारी थे, लेकिन अब नहीं हैं।''
अदालत में बैंकों के वकीलों ने कहा कि ''एक तरफ तो अंबानी ये दावा करते हैं कि वो दिवालिया हो चुके हैं और दूसरी तरफ उनके पास 11 या उससे ज्यादा लग्जरी कारें, एक प्राइवेट जेट, एक याट और दक्षिण मुंबई में एक पेंटहाउस है जो उनके दावों से बिलकुल उलट है।'' जिस पर जज ने यह पूछा की क्या अंबानी ये संपत्ति बेच कर कंपनी का उधर नहीं चुका सकते।''
बैंकों के वकीलों ने कई ऐसे उदाहरण दिए जब उनके परिवार के सदस्यों ने उन्हें संकट से बाहर निकलने में मदद की। वहीं, बचाव पक्ष के वकीलों से यह स्थापित करने करने की कोशिश की कि अंबानी के पास अपनी मां कोकिला, पत्नी टीना अंबानी और बेटों अनमोल और अंशुल की संपत्तियों और शेयरों तक कोई पहुंच नहीं है। इस पर वकीलों ने कहा कि क्या हम गंभीरता से यह मान सकते हैं कि संकट के समय उनकी मां, पत्नी और पुत्र उनकी मदद नहीं करेंगे।
बैंकों के वकीलों ने अदालत को यह भी बताया कि अनिल अंबानी के भाई मुकेश अंबानी एशिया के सबसे अमीर शख्स हैं और वह फोर्ब्स की लिस्ट में दुनिया के 13वें सबसे अमीर व्यक्ति हैं। उनकी नेटवर्थ 55 से 57 अरब डॉलर के करीब है।
अनिल अंबानी रिलायंस कम्युनिकेशन्स के चेयरमैन हैं और उनका ग्रुप पिछले कुछ समय से कठिनाइयों के दौर से गुजर रहा है। ग्रुप पर कर्ज का बहुत बड़ा बोझ है, जिसकी वजह से वह परेशानी में हैं। ब्लूमबर्ग की रिपोर्ट के मुताबिक, सितंबर तक ग्रुप पर 13।2 अरब डॉलर (करीब 93 हजार करोड़ रुपये) का कर्ज है।
एरिक्शन के साथ भी इसी तरह का विवाद सामने आया था। रिलायंस कम्युनिकेशन्स को एरिक्शन को 550 करोड़ रुपये चुकाने थे। सुप्रीम कोर्ट के कहने के बाद अनिल अंबानी कर्ज चुकाने के लिए तैयार हुए और इसमें मुकेश अंबानी ने उनकी मदद की।