बंद खाते में भी जुड़ता है ब्याज
अगर पीपीएफ खाता बंद हो, फिर भी यह ब्याज हर साल बैलेंस में जुड़ता रहता है। सरकार समय-समय पर ब्याज दर तय करती है। इसमें ब्याज दर में बदलाव भी किया जाता है। मेच्योरिटी की तारीख से पहले बंद पड़े पीपीएफ खाते को स्थायी तौर पर बंद नहीं कराया जा सकता है। हालांकि, अगर कोई इसे चालू कराना चाहता है तो मेच्योरिटी की तारीख से पहले कभी भी यह किया जा सकता है। मेच्योरिटी की तारीख पीपीएफ पासबुक में दर्ज होती है।
(फाइल फोटो)