प्लेन उड़ाने के शौकीन हैं रतन टाटा, आलीशान महल जैसे प्राइवेट जेट को देख फटी रह जाएंगी आंखें
नई दिल्ली. टाटा कंपनी के मालिक और दिग्गज बिजनेसमैन रतन टाटा का जन्म 28 दिसंबर 1937 को हुआ। आज वह 82 साल के हो गए हैं, रतन टाटा की स्कूल शिक्षा मुंबई में हुई। रतन टाटा ने कॉर्नेल यूनिवर्सिटी से आर्किटेक्चर बीएस और हार्वर्ड बिजनेस स्कूल से एडवांस मैनेजमेंट प्रोग्राम किया। भारत के सबसे अमीर व्यापारियों की लिस्ट में रतन टाटा का भी नाम शामिल है। टाटा समुह के पूर्व अध्यक्ष रतन नवल टाटा के रिटायर होने के बाद पल्लोनजी मिस्त्री ने अध्यक्ष पद संभाला हुआ है।
Asianet News Hindi | Published : Dec 28, 2019 12:41 PM IST / Updated: Dec 28 2019, 06:17 PM IST
जैसे के सभी अमीर लोग काफी शौकीन किस्म के होते हैं ऐसे ही रतन टाटा को भी प्लेन और जेट उड़ाने का बड़ा शौक है। टाटा का खुद का एक प्राइवेट जेट है जिसकी कीमत से लेकर लाजवाब फीचर्स तक हम आपको दिखा रहे हैं.........
प्लेन उड़ाने के शौकीन रतन टाटा का खुद का प्रइवेट जेट है जिसका नाम Dassault Falcon 2000 है।
अपने प्लेन से प्रेम के चलते ही उन्होंने अपने बिजनेस जेट के रूप में आलीशान जेट लिया था।
टाटा के इस प्राइवेट जेट की कीमत लगभग 160 करोड़ रुपए है। वहीं अंदर से ये काफी स्टाइलिश और आलीशान है।
फीचर्स की बात करें तो इसमें बिजनेस मीटिंग के लिए मीटिंग हॉल, मल्टीमीडिया प्रजेंटेशन सुविधा, अल्ट्रा लग्जरी लिविंग रूम और एंटरटेनमेंट की सारी सुविधाएं मौजूद हैं।
2 क्रू और 12 से 19 पैसेंजर की क्षमता वाले इस प्लेन की अधिकतम स्पीड 920 किमी प्रति घंटा है।
यह जमीन से 51000 फीट ऊपर उड़ने में सक्षम है। फालकॉन में 6.2 फीट का हेडरूम और 7.8 फीट चौड़ाई दी गई है।
रतन टाटा जब तक अपने पद पर थे उन्होंने न केवल टाटा समूह को नई ऊंचाइयों तक पहुंचाया बल्कि उसकी साख पर भी आंच नहीं आने दी।
रतन टाटा 1991 में जेआरडी टाटा के बाद समूह के पांचवें अध्यक्ष बने थे। रतन टाटा 2000 में पद्मभूषण और 2008 में पद्मविभूषण से सम्मानित है। वो कारों के शौकीन हैं। उन्होंने रतन टाटा ने टेटली, जगुआर लैंड रोवर और कोरस जैसी कंपनियों का टाटा समूह में अधिग्रहण किया। रतन टाटा ने नैनो जैसी लखटकिया कार बनाकर आम आदमी का कार का सपना साकार किया। वे इंडिका जैसी कार भी बाजार में लाए।
रतन टाटा की बात करें तो उनका बचपन मां-बाप के बगैर गुजरा है। दरअसल वह 7 साल के थे जब उनके मां-बाप एक-दूसरे अलग हो गए तब उनकी दादी ने ही उन्हें पाला-पोसा था। शौक की बात करें तो टाटा को कारों का शौक हैं, वह पियोनो भी बजाते हैं। इतना ही नहीं उन्हें पालतू जानवरों में डॉग्स पसंद हैं उनके पास कई कुत्ते हैं।