...तो भारत चीन युद्ध नहीं बल्कि इस कारण से रतन टाटा नहीं कर पाए शादी, पहली बार बताई 'पक्की वजह'
मुंबई: भारत के सबसे पसंदीदा बिजनेसमैन रतन टाटा, जिन्होंने हाल ही में एक फेसबुक पेज 'ह्यूमन्स ऑफ बॉम्बे' को दिए इंटरव्यू में अपने बचपन, करियर, लव लाइफ के बारे में बात की थी, उन्होंने इस इंटरव्यू के तीसरे भाग में बताया की कैसे उनके दिमाग में नैनो का आईडिया आया था। रतन टाटा ने इस इंटरव्यू में अपनी रिटायरमेंट के बाद वाली लाइफ के बारे में भी बात की और बताया की कैसे वो अपनी रिटायर्ड लाइफ को एन्जॉय कर रहे हैं। आइए आपको भी बताते है की उन्होंने इंटरव्यू में क्या-क्या बातें की।
Asianet News Hindi | Published : Mar 4, 2020 6:38 AM IST / Updated: Mar 04 2020, 04:03 PM IST
रतन टाटा ने इंटरव्यू में कहा कि लोगों की मदद करने का विचार शुरू से ही टाटा डीएनए में है। इसके मिसाल के तौर पर उन्होंने बताया की ''जब वो जमशेदपुर में थे तो उन्होंने देखा की टाटा के कर्मचारी काफी संपन्न थे वहीं, आस पास के गांव के लोग काफी गरीब थे'', टाटा ने उन गांव वालों की जिंदगी में बदलाव लाने के लिए इसे अपना एक मिशन बना लिया।
उन्होंने ने बताया की ''जब नैनो कार लॉन्च होने वाली थी तब नैनो की लागत काफी ज्यादा थी, लेकिन मैने वादा किया था कि कार की कीमत ज्यादा नहीं होगी, और हमने वो वादा पूरा किया, टाटा ने कहा, ''मुझे आज भी इस बात का गर्व है की हमने अपना वादा पूरा किया।''
रतन टाटा ने इस इंटरव्यू में बताया की उन्हें 2 से 3 बार शादी के प्रपोजल मिले थे लेकिन काम में व्यस्त होने के कारण वो शादी नहीं कर सके उन्होंने बताया कि ''मैं उस वक्त या तो बॉम्बे हाउस (टाटा का मुख्यालय) में रहता था या काम से ट्रेवल करता रहता था, ''मैने इसलिए भी शादी नहीं की क्योंकि मैं नहीं चाहता था की कोई मेरी लाइफस्टाइल की वजह से खुद को बदले।''
टाटा ने बताया की ''अब मैं रिटायर हो गया हूं और मेरी लाइफस्टाइल फिर बदल चुकी है, और इसका मतलब सिर्फ गोल्फ खेलने और बीच पर जाने से नहीं है, मैं आज भी कुछ बहुत बड़ा करना चाहता हूं जो मैने आज तक नहीं किया।''
रतन टाटा ने बताया की ''देश में कैंसर के इलाज के लिए सस्ते अस्पताल खोलने से लेकर मैं टाटा ट्रस्ट के द्वारा गांव के लिए कुछ करना चाहता हूं, जिससे उनकी जिंदगी और बेहतर बने।''
रतन टाटा ने इंटरव्यू खत्म करते हुए कहा कि ''जब भी आप जिंदगी में कुछ अच्छा करना चाहतें हैं तो लोगों की सलाह पर ज्यादा हुए आपको अपना काम करना चाहिए भले ही वो काम कितना भी कठिन हो, क्योंकि जब आप पीछे मुड़ कर देखेंगे तो वही काम आपके के लिए सबसे ज्यादा जरूरी होगा।''