नई दिल्ली. सऊदी अरब और रूस के बीच छिड़े प्राइज वार के चलते जल्द ही मार्केट में तेल की कीमतें सस्ती हो सकती हैं। कच्चे तेल के सबसे उत्पादकों में शामिल ये दोनों देश क्रूड ऑईल की कीमतों को लेकर एक दूसरे को चुनौती दे रहे हैं। जिसके कारण लगातार कच्चे तेल की कीमतों में कमी आ रही है। भारत सरकार को अगला क्रूट बास्केट काफी कम दामों में मिल सकता है। अगर ऐसा होता है तो आम आदमी का पैसा भी बचेगा। सस्ता बास्केट मिलने पर पेट्रोल की कीमतें 50 रुपये तक आ सकती हैं। दरअसल सऊदी अरब ने रूस से उत्पादन में कमी करने को कहा था, पर रूस ने उसकी बात नहीं मानी। इसके बाद सऊदी अरब ने तेल की कीमतें घटा दी है। इसी वजह से अंतर्राष्ट्रीय बाजार में कच्चे तेल के दाम आज 31% तक लुढ़क गए हैं।