SBI से लिया है होम लोन तो ब्याज दर में कटौती का मिलेगा जल्दी फायदा, एक साल तक नहीं करना होगा इंतजार

बिजनेस डेस्क। स्टेट बैक ऑफ इंडिया (SBI) ने होम लोन लेने वालों को राहत दी है। बैंक ने कर्ज की मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लेंडिंग रेट (MCLR) को एक साल से घटा कर 6 महीना कर दिया है। इससे होम लोन लेने वालों को ब्याज में कटौती का फायदा तेजी से मिलेगा। उन्हें एक साल तक इंतजार करने की जरूरत नहीं रहेगी। एसबीआई ने इसकी जानकारी अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल के जरिए दी है। 
(फाइल फोटो)
 

Asianet News Hindi | Published : Sep 5, 2020 6:03 AM IST
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SBI से लिया है होम लोन तो  ब्याज दर में कटौती का  मिलेगा जल्दी फायदा, एक साल तक नहीं करना होगा इंतजार

क्या लिखा ट्वीट में
स्टेट बैंक ऑफ इंडिया ने ट्वीट में लिखा कि अब होम लोन में ब्याज की कटौती का फायदा एक साल तक इंतजार किए बिना उठाइए। एसबीआई ने MCLR रीसेट फ्रीक्वेंसी को 1 साल से घटाकर छह महीने कर दिया है। 
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MCLR लिंक्ड लोन में क्या होता है
अगर कोई होम लोन MCLR बेस्ड ब्याज दर से जुड़ा है, तो ईएमआई की राशि सिर्फ होम लोन की रीसेट डेट पर बदलती है। यह बैंक द्वारा  MCLR को संशोधित करने के तुरंत बाद आती है। मान लिया जाए कि आपके होम लोन की रीसेट डेट जनवरी में है और बैंक ने उस साल जुलाई में अपने MCLR में बदलाव किया है, तो उसका ईएमआई पर असर अगले साल जनवरी में ही होगा। 
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फायदा मिलने में क्यों लगता है ज्यादा समय
ज्यादातर बैंक MCLR लिंक्ड लोन को एक साल की रीसेट फ्रीक्वेंसी के साथ ऑफर करते हैं। इससे लोन लेने वालों को बैंक की  EMI में  कटौती का फायदा मिलने में ज्यादा समय लगता है।
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लिंक्ड लोन का रिव्यू जरूरी
एक्सटर्नल बेंचमार्क लिंक्ड लोन को हर 3 महीने पर रीसेट किया जाता है। इसलिए लोन लेने वालों को इसका रिव्यू करते रहना चाहिए। इससे उन्हें पता चल सकता है कि ईएमआई पर कैसा असर रहेगा। 
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क्या है एसबीआई का MCLR
फिलहाल, स्टेट बैंक ऑफ इंडिया का एक साल का MCLR 7 फीसदी और 6 महीने का 6.95 फीसदी है। लेकिन स्टेट बैंक का कहना है कि रीसेट फ्रीक्वेंसी  कम करने से होम लोन लेने वालों को फायदा निश्चित तौर पर होगा। 
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