Published : Feb 13, 2020, 12:01 PM ISTUpdated : Feb 13, 2020, 12:27 PM IST
बिजनेस डेस्क। रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकों से 2000 रुपये के नोट वापस लेना शुरू कर दिया। इन्हें वापस करेंसी ब्रांच में जमा कराया जा रहा है। बैंक की सभी शाखाओं से 2000 के नोट वापस मंगाए जा रहे हैं। यहां तक कि एटीएम सर्विस देने वाले बैंकों से कहा गया है कि वो एटीएम से 2000 रुपये के नोट की ट्रे हटा दें। अगर आपको भी किसी एटीएम से 2000 के नोट नहीं मिल रहे हैं तो इसकी बड़ी वजह आरबीआई की ये प्रक्रिया हो सकती है।
बिजनेस इनसाइडर एक रिपोर्ट में आरबीआई के इस कदम की जानकारी दी गई है। एटीएम में कौन-कौन से नोट होंगे आरबीआई ही इसे तय करता है। इनसाइडर की रिपोर्ट के बाद यह चर्चा है कि वाकई क्या सरकार 2,000 के नोट बंद करने की तैयारी में है? और चुपचाप प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है।
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बिजनेस इनसाइडर के मुताबिक 2000 रुपये के नोटों को वापस लेने की प्रक्रिया पर बैंक के अफसरों का कहना है कि ये कवायद नकली नोटों से निपटने के लिए है। लेकिन कवायद पर अब तक वित्त मंत्रालय, रिजर्व बैंक या सरकार की किसी आधिकारिक बॉडी की ओर से जानकारी नहीं दी गई है।
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रिपोर्ट के मुताबिक यह भी सामने आया कि 2000 के नोटों की वजह से कैश की जमाखोरी बढ़ रही है। आपराधिक तत्वों के लिए 2000 के रूप में बड़े नोट जमा करना ज्यादा आसान है। आरबीआई धीरे-धीरे 2000 के नोटों को सर्कुलेशन से हटाकर जमाखोरी खत्म करने की कोशिश में है।
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रिपोर्ट के मुताबिक आरबीआई ने बैंकों को कहा है कि एटीएम में 2000 रुपये के नोट न डालें। वैसे आम लोगों को इससे परेशान होने की जरूरत नहीं है। क्योंकि बैंकों में 2000 के नोट लिए जा रहे हैं। 2016 में नरेंद्र मोदी सरकार ने पुराने नोटों के चलन को बंद करने और उसकी जगह नए नोट शुरू करने का बड़ा फैसला लिया था। इसमें 2000 के नोट भी शुरू करने का फैसला शामिल था।
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तब मोदी सरकार के नोटबंदी प्रक्रिया की आलोचना की गई थी। इस पर जमकर बवाल भी मचा था।