कोशिशें कभी बेकार नहीं जातीं। वहीं, दुनिया में बदलाव के साथ खुद को ढालना ही समझदारी होती है। अब इस किसान से मिलिए! बात तीन साल पुरानी है। यह परंपरागत तरीके से खेतीबाड़ी करता था। ऐसे में मेहनत ज्यादा और मुनाफ न के बराबर होता था। कई बार तो दिमाग में आया कि खेती-किसानी छोड़कर कोई नौकरी कर ली जाए। लेकिन कहते हैं कि जब इंसान कुछ नया करने का ठान ले, तो सब संभव है। तीन साल पहले इस किसान ने परंपरागत खेती के बजाय नई तकनीक से किसानी शुरू की। आज यह किसान न सिर्फ खुद मालामाल है, बल्कि कइयों को रोजगार भी दे रहा है। यह हैं जयंत सिंह। ये यूपी के चंदौली जिले के चहनिया ब्लॉक में रहते हैं। ये मानते हैं कि किसानों को समय के साथ बदलना चाहिए। जयंत केंद्र सरकार के कृषि कानूनों का समर्थन करते हैं। वे कहते हैं कि इससे किसानों की उन्नति होगी। उन्हें खेती-किसानी के नए तौर-तरीके सीखने को मिलेंगे। पढ़िए इसी किसान की सक्सेस कहानी...