गंगवाल परिवार मूल रूप से जिले के जावद विकासखंड के गांव तारापुर-उम्मेदपुरा का रहने वाला है। आंचल अपने पिता को अपना आदर्श मानती हैं। उनकी मेहनत को उनके आदर्श को प्रणाम करती है। आंचल शुरू से ही प्रतिभावान छात्रा रही है, उन्होंने जो सोचा वो पाया। आंचल पूर्व में लेबर इंस्पेक्टर के रूप में सेवारत थीं। आंचल को उत्तराखंड में भीषण त्रासदी के वक्त मन में देश की सेवा का एयर फोर्स में जाकर करने की सोची।
आंचल ने 6 बार परीक्षा दी थी जिसमें छठी बार सफलता मिली। 7 जून को परिणाम के आते ही जो खुशी उसके परिवार को मिली उसे कोई बयां नहीं कर सकता। तब आंचल को हर जगह सम्मानित किया गया और 30 जून 2018 को अपने सपनों की उड़ान को हैदराबाद पहुंच गई।