करियर डेस्क. जज्बा और कुछ करने का जुनून हो तो मुश्किलें भी आड़े नहीं आतीं। ऐसे ही हम आपको एक खिलाड़ी के शौर्य की कहानी सुनाने जा रहे हैं जिसने एक किडनी के दम पर पेरिस में 2003 में वर्ल्ड एथलेटिक्स चैम्पियनशिप में कांस्य पदक जीता है। ये कहानी है भारतीय खेलों में इतिहास रचने वाली ओलंपियन अंजू बॉबी जॉर्ज की। उन्होंने सोमवार को कहा कि उन्होंने एक गुर्दे (किडनी) के सहारे शीर्ष स्तर पर सफलताएं हासिल कीं।