मगन ने सबसे पहले छत्तीसगढ़ से थाइलैंड में होने वाले अमरूद के 5 हजार पौधे मंगाए थे। आपको बता दें कि इजरायली तकनीक में सिंचाई का बड़ा महत्व होता है। इसमें पौधे पर तेज धार से पानी नहीं डालते। बल्कि बूंद-बूंद पानी टपकाया जाता है। इससे पानी की बचत होती है और अमरूद भी बड़ा होता है।