प्रेग्नेंसी के कठिन समय में दिया आईपीएस का इंटरव्यू
प्रज्ञा पहले प्रयास में हीं इंटरव्यू तक पहुंच तो गई, लेकिन इंटरव्यू में कुछ नंबर कम होने के चलते फाइनल लिस्ट में जगह नहीं मिल पाई, फिर जब दूसरे प्रयास का वक्त आया तो हेल्थ ने साथ नहीं दिया। इस बार वो प्रीलिम्स तक क्लीयर नहीं कर पाईं। फिर जब तीसरे प्रयास की बारी आई तो वो प्रेग्नेंसी का कठिन समय था। उस वक्त डॉक्टर ने उन्हें बेड रेस्ट की सलाह दे दी थी। डॉ. प्रज्ञा जैन बताती हैं कि तब भी उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और हौसला रखकर फिर से इंटरव्यू तक पहुंच गई और इस बार किस्मत और मेहनत ने साथ दिया और साल 2017 में उनका आईपीएस (Indian Police Service IPS) में चयन हो गया।