वे आगे बताती हैं कि किसी भी कैंडिडेट को प्री परीक्षा के लिए तैयारी करते समय इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि जितना आता है, पहले वो हल कर लें। उसके बाद उन प्रश्नों पर आएं जिनमें थोड़ा दिमाग और समय लगाकर पता कर सकते हैं कि सही आंसर क्या है और तीसरे वो प्रश्न जो आपको बिलकुल नहीं आते, इन्हें छोड़ दें। इन पर समय बर्बाद करने से कोई फायदा नहीं।
यहां विशाखा एक जरूरी सलाह ये भी देती हैं कि प्री परीक्षा के पहले खूब सारे मॉक टेस्ट देकर ये देख लें कि कितने प्रश्न अटेम्पट करने पर आपके क्वालीफाइंग मार्क्स आते हैं। एक बार पैटर्न पता चल जाए तो उसी हिसाब से आंसर दें। कम से कम परीक्षा में इतने प्रश्न करें ताकि आपका कट-ऑफ निकल जाए. इसे जानने के लिए खूब टेस्ट दें।