सपोर्ट सिस्टम होना चाहिए जानदार –
नूपुर कहती हैं कि यह सफर इतना लंबा होता है कि इसमें डिमोटिवेट फील करना नेचुरल है. ऐसे में आपका सपोर्ट सिस्टम तगड़ा होना चाहिए जो आपको लो टाइम से बाहर निकाले। जैसे आपके मां-बाप, परिवार, दोस्त और गुरु।
वे कहती हैं कि सिविल सर्विस का सपना केवल इंडिविजुअल का न होकर जब सबका होता है तो वह आपको आगे बढ़ने के लिए प्रेरित करता है। कठिन समय में जब आप हिम्मत हारने लगें तो खुद को याद दिलाएं कि आपसे इतने लोगों की आशाएं जुड़ी हैं, आप कदम पीछे नहीं ले सकते।
नूपुर साथ में यह जोड़ना नहीं भूलती कि जब आप सफल होते हैं और इन्हीं लोगों की आंखों में अपने लिए गर्व देखते हैं तो उस समय जीवन की उससे बड़ी पूंजी कोई महसूस नहीं होती।