नई दिल्ली. गांव में सरकारी स्कूल में पढ़ने वाले औसत दर्जे के छात्र को कौन सोच सकता है कि वो अफसर बनेगा। ऐसे ही अभावों के बीच पले-बढ़े एक किसान के बेटे ने ठान लिया कि वो बड़ा होकर अफसर बनेगा। पिता की इच्छा पूरी करने उसने खुद को किताबों में झोंक दिया। आज इस अफसर के जज्बे और हौसले के चर्चे पूरे देश में हैं। जी हां हम बात कर रहे हैं अपनी ज़िंदादिली और जज़्बे से सफलता की राह बनाने वाले युवा IPS अधिकारी सुकीर्ति माधव मिश्रा की। मूल रूप से बिहार के जमुई जिले के एक गांव के निवासी सुकीर्ति माधव फ़िलहाल उत्तर प्रदेश में IPS अधिकारी हैं।
आईपीएस सक्सेज स्टोरी में आज हम आपको देशसेवक सुकीर्ति के संघर्ष और साहस की प्रेरणात्मक कहानी सुनाएंगे-