सफलता और असफलता जिंदगी का पार्ट हैं। लेकिन नाकामी से भी कामयाबी का रास्ता खोजना एक टैलेंट है, कुछ कर गुजरने का जुनून है। ऐसी की सक्सेस कहानी 2 साल पहले सामने आई थी। यह हैं 24 साल के ऋषभ लवानिया, जो साउथ अफ्रीका में रहते हैं। जब ये 17 साल के थे, तब 12वीं में फेल हो गए थे। लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी। वे गूगल के जरिये लगातार अपने लिए रास्ता तलाशते रहे। वे गूगल पर यही सवाल करते थे कि अब वे क्या करें? लगातार सर्च के बाद उन्हें खुद का स्टार्ट अप शुरू करने का रास्ता मिला। गूगल पर उन्हें दुनियाभर के सफल और असफल स्टार्टअप के बारे में पता चला। वे खुद का स्टार्टअप कैसे शुरू कर सकते हैं, इसका पता चला। आज ऋषभ खुद की कंपनी WeeTracker के एमडी और सीईओ है। इनकी गिनती आज करोड़पतियों में होती है। ऋषभ ने यह साबित किया कि असफलता से ही सफलता का रास्ता निकलता है। पढ़िए यह कहानी और अपने लिए तलाशिए कोई बेहतर रास्ता...