ब्रिटेन
कोरोना वायरस के कारण यहां पिछले साल परीक्षाएं रद्द कर दी गईं थी। इसकी जगह यहां पर अल्गोरिट्म सिस्टम लागू किया गया था। इस सिस्टम के अनुसार, स्कूलों की ग्रेडिंग के आधार पर रिजल्ट तैयार किया जाना था। लेकिन इसका विरोध हुआ और स्टूडेंट एसेसमेंट लागू कर दिया गया। इस साल भी यहां इसी आधार पर ग्रेडिंग की जाएगी।