जवाबः ये सवाल एक महिला कैंडिडेट से पूछा गया तो उन्होंने जवाब दिया- पहले उन्हें (पति को) समझाउंगी कि ये ठीक नहीं है। फिर भी अगर वो नहीं माने तो मैं राइट टू रिजेक्ट अधिकार से उन्हें न बोल दूंगी। क्योंकि बच्चे ज्यादा पैदा करने से जनसंख्या बढ़ती है, परिवार नियोजन ही सही रास्ता है। इसके अलावा ज्यादा बच्चे पैदा करना एक मां के स्वास्थ्य से अनदेखी है। परिवार पर आर्थिक बोझ की दृष्टि से भी ये गलत है।